कहीं आप भी तो नहीं है स्मार्ट फोन एडिक्शन? तो हो जाएं इन 4 जानलेवा बीमारियां से सावधान
Smart Phone Addiction Can Lead To These Diseases स्मार्टफोन लोगों को बीमार भी बहुत कर रहा है। अगर आपके पास स्मार्टफोन हैं तो ज़रा बचकर रहें आपके बीमार होने की पूरी संभावनाएं हैं।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Smart Phone Addiction Can Lead To These Diseases: जब से हमारी ज़िंदगी में स्मार्टफोन आया है जीवन जैसे बिल्कुल बदल गया है। इसमें कोई शक़ नहीं कि स्मार्टफोन आपके हर काम को आसान बनाया है। फोन के साथ-साथ यह आपकी रोज़मर्रा की कई ज़रूरतों को भी पूरा करता है। इंटरनेट पर कुछ भी सर्च करना हो, तस्वीर या वीडियो बनाना हो या फिर सोशल मीडिया से जुड़ना हो। ऐसा शायद ही कोई काम है जो आपका स्मार्टफोन नहीं कर सकता। लेकिन जैसे हर चीज़ के फायदे और नुकसान होता हैं, ऐसे ही स्मार्टफोन के भी कई नुकसान हैं।
आपका स्मार्टफोन भले ही बड़ी काम की चीज़ हो लेकिन यह आपको गंभीर रूप से बीमार भी कर सकता है। क्या आप जानते हैं कि स्मार्टफोन लोगों को लगातार बीमार कर रहा है। अगर आप भी सारा वक्त स्मार्टफोन में लगे रहते हैं तो ज़रा बचकर रहें, आपके बीमार होने की पूरी संभावनाएं हैं। चलिए आपको बताते हैं कि स्मार्टफोन आपको कैन-कौन सी बीमारियां दे रहा है।
आंखों के बिना कुछ नहीं
सारा दिन स्मार्टफोन की स्क्रीन पर देखते रहने से आंखों पर काफी बुरा असर पड़ता है। एक रिसर्च के मुताबिक, आठ घंटे से ज़्यादा फोन चलाने पर आंखों की रोशनी कम हो जाती है।
पीठ में दर्द
ज़्यादा देर तक फोन यूज़ करने से आपकी गर्दन झुकी रहती है, जिससे आपके शरीर का बैलेंस बिगड़ जाता है। आप माने या न मानें इसका सीधा असर आपकी पीठ पर पड़ता है। ज़्यादा देर तक गर्दन झुकी रहने से रीढ़ की हड्डी पर गहरा प्रभाव पड़ता है। और हो सकता है कि ये दर्द आपका ज़िंदगी भर साथ न छोड़े।
तनाव की नई वजह
फोन हमारी ज़िंदगी से इस कदर जुड़ चुका है कि इससे आप तनाव का भी शिकार हो सकते हैं। लगातार मेसेज आना, क तरफ आपके दोस्तों का हर वीकेंड घूमना, फिरना या पार्टी करना और आपका ऑफिस या घर में फंसे रहना आपको तनाव दे सकता है।
दिल पर असर
फोन से जो रेडिएशन निकलते हैं, वो सीधे-सीधे दिल पर असर डालते हैं। दिल की बीमारियां के लगातार बढ़ने की एक वजह फोन भी है। एक रिसर्च के अनुसार, फोन को कभी शर्ट की ऊपर वाली जेब में नहीं रखना चाहिए, क्योंकि इससे हार्ट अटैक की संभवनाएं बढ़ जाती हैं।