सिर्फ कोरोना ही नहीं, मास्क लगाने की आदत से रह सकते हैं और भी कई गंभीर बीमारियों से दूर
पॉल्यूशन के सीजन में अस्थमा सीओपीडी लंग्स इंफेक्शन खांसी जुकाम के केसेस बहुत देखने को मिलते हैं लेकिन मास्क लगाने की आदत से इस बार ऐसे मरीजों की संख्या कम देखने को मिल रही है। तो समझ जाइए मास्क लगाने से आप कई बीमारियों से महफूज रह सकते हैं।
कोरोना बीमारी से बचाने में मास्क ने अहम भूमिका निभाई है। कोरोना के डर से लोगों में मास्क लगाने की आदत बनीं। वहीं अब कोरोना का प्रकोप कम हो गया है लेकिन फिर भी लोग सुरक्षा के तौर पर अभी भी मास्क लगा रहे हैं जो बहुत ही अच्छी आदत है क्योंकि इससे न सिर्फ कोरोना बल्कि औऱ कई बीमारियों का भी खतरा कम हो गया है। पॉल्यूशन के सीजन में अस्थमा, सीओपीडी, लंग्स इंफेक्शन, खांसी, जुकाम के केसेस बहुत देखने को मिलते हैं लेकिन मास्क लगाने की आदत से इस बार ऐसे मरीजों की संख्या कम देखने को मिल रही है।मास्क से कैसे सुधरी सेहत
- लंग्स की स्थिति पहले से कहीं ज्यादा बेहतर हुई है।
- धूल और धुएं और बाहरी संक्रमण से लंग्स पर होने वाला नुकसान कम हुआ है।
- लंग्स और गले में पार्टिकुलेटेड मैटर का प्रभाव कम होने से फेफड़ों, सांस की नली में सूजन की प्रॉब्लम कम हुई है।
- जुकाम, खांसी की प्रॉब्लम कम देखने को मिल रही है, वहीं गले में इंफेक्शन की शिकायत भी कम हुई है।
- सर्दियां आते ही पॉल्यूशन का स्तर एकदम से बढ़ जाता है जिसकी वजह से होने वाले नुकसान मास्क की वजह से कम हुए हैं।
पॉल्यूशन से होने वाले नुकसान
1. पार्टिकुलेटेड मैटर की लगातार मौजूदगी से सीओपीडी होने का खतरा बढ़ता है जिससे लंग्स खराब होने लगते हैं।
2. पॉल्यूशन के कणों पीएम-1 व अल्ट्रा फाइन पार्टिकल्स की वजह से ब्लड कंटेमनेशन की प्रक्रिया के साथ कैंसर भी हो सकता है।
3. बच्चों के फेफड़े आमतौर पर पिंक कलर के होते हैं, जबकि बड़ों के लंग्स में कालापन आ जाता है।
4. पॉल्यूशन और ठंड बढ़ने में अस्थमा पेशेंट्स को ज्यादा प्रॉब्लम होती है उन्हें अटैक आने का खतरा रहता है।
तो आप देख सकते हैं मास्क लगाने से सिर्फ कोविड से बचाव ही नहीं बल्कि और भी कई फायदे हैं। इसलिए इस आदत को बनाए रखें।
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