नए शोध का खुलासा, कोरोना संक्रमण से लड़ने में कारगर साबित हो सकती है 'ग्रीन टी'
RSC Journal में छपी एक शोध में ग्रीन टी पर गहन विचार-विमर्श किया गया है। इस शोध की मानें तो ग्रीन टी में Epigallocatechin gallate (EGCG) पाया जाता है जो कोरोना के डेल्टा स्ट्रेन से लड़ने में सक्षम है। साथ ही ग्रीन टी पीने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोना महामारी की दूसरी लहर के चलते टीकाकरण अभियान की गति तेज हो गई है। साथ ही कोरोना वायरस को करारी और जल्द शिकस्त देने के लिए कई शोध किए जा रहे हैं। इन शोधों के परिणामों के फलस्वरूप वैक्सीन विकसित की गई। इस क्रम में एक नई शोध के जरिए यह खुलासा हुआ है कि ग्रीन टी कोरोना संक्रमण से लड़ने में मददगार साबित हो सकती है। इससे पहले भी कई शोधों में यह दावा किया गया है कि ग्रीन टी कोरोना संक्रमण से लड़ने में अहम भूमिका निभा सकती है। विशेषज्ञों की मानें तो कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए इम्यून सिस्टम मजबूत रहना चाहिए। इसके लिए डाइट में विटामिन-सी और डी समेत ब्रोकली, डार्क चॉकलेट और लहसुन जरूर शामिल करें। आइए, जानते हैं कि शोध क्या कहती है-
RSC Journal में छपी एक शोध में ग्रीन टी पर गहन विचार-विमर्श किया गया है। इस शोध की मानें तो ग्रीन टी में Epigallocatechin gallate (EGCG) पाया जाता है, जो कोरोना के डेल्टा स्ट्रेन से लड़ने में सक्षम है। साथ ही ग्रीन टी पीने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।
इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए शोधकर्ता डॉ सुरेश मोहनकुमार ने कहा-आयुर्वेद में कई ऐसी जड़ी-बूटी हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद है। साथ ही जड़ी-बूटियों के सेवन से कई बीमारियों में आराम मिलता है। इसके लिए ग्रीन टी पर शोध किया गया है। इस शोध का परिणाम संतोषजनक रहा है। यह शोध कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए ग्रीन टी पीने की सलाह देती है। हालांकि, इस विषय पर गहन शोध की जरूरत है।
ग्रीन टी के अन्य फायदे
-डॉक्टर बढ़ते वजन को कंट्रोल करने के लिए ग्रीन टी पीने की सलाह देते हैं। मोटापा से निजात दिलाने में ग्रीन टी सक्षम है।
-ग्रीन टी के सेवन से पार्किंसन का जोखिम कम हो जाता है।
-इसमें एंटीऑक्सिडेंट्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इसके लिए ग्रीन टी त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद है।
-इसमें पाया जाने वाला तत्व catechins सांसों की बदबू को दूर करने में कारगर दवा है।
-ग्रीन टी में पॉलीफेनोल्स प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इससे सूजन कम हो जाती है। वहीं, स्ट्रोक, कैंसर समेत अन्य बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।