Walnut Benefits: नए शोध में खुलासा, अखरोट खाने से कम हो सकता है 'डायबिटीज का खतरा'
Walnut Benefits एक शोध में खुलासा हुआ है कि रोजाना लगभग 10 ग्राम अखरोट खाने से हृदय रोग समेत मधुमेह का खतरा कम हो जाता है। इस शोध में 18 से 30 साल की उम्र के 3 हजार लोगों को शामिल किया गया था।
दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Walnut Benefits: डायबिटीज के मरीजों की संख्या में बड़ी तेजी से इजाफा हो रहा है। खासकर, भारत में इसकी संख्या सबसे अधिक है। इसके लिए भारत को डायबिटीज की राजधानी कहा जाता है। यह एक ऐसी बीमारी है, जो लग जाने के बाद जिंदगी भर साथ रहती है। इसके लिए डायबिटीज से बचाव जरूरी है। जानकारों की मानें तो संतुलित आहार, रोजाना एक्सरसाइज और तनाव से दूरी बनाकर डायबिटीज के खतरे को कम किया जा सकता है। इस विषय पर कई शोध किए जा चुके हैं और कई शोध किए जा रहे हैं। इसी क्रम में एक शोध के जरिए खुलासा हुआ है कि रोजाना अखरोट खाने से डायबिटीज का खतरा बहुत कम हो जाता है। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
क्या कहती है शोध
एक शोध में खुलासा हुआ है कि रोजाना लगभग 10 ग्राम अखरोट खाने से हृदय रोग समेत मधुमेह का खतरा कम हो जाता है। इस शोध में 18 से 30 साल की उम्र के 3 हजार लोगों को शामिल किया गया था। उन्हें रोजाना अखरोट खाने की सलाह गई। इस शोध में पाया गया कि अखरोट खाने से सेहत पर अनुकूल प्रभाव पड़ता है। अखरोट में फाइबर, ओमेगा-3 फैटी एसिड, प्रोटीन, संतृप्त वसा और कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है। नियमित रूप से अखरोट के सेवन से सूजन कम होती है। साथ ही वजन कम होता है। मधुमेह का खतरा कम होता है। इसके अलावा, उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है। इसके अलावा, ‘द जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन’ पर छपी एक शोध में बताया गया है कि रोजाना अखरोट खाने से हृदय की बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। इसके लिए शोध में शामिल लोगों को 8 हफ्ते तक रोजाना अखरोट खाने के लिए कहा गया।
researchgate पर छपी शोध में दावा किया गया है कि रोजाना 35 ग्राम अखरोट खाने से दुबलेपन की समस्या से निजात मिलता है। इस शोध में शामिल लोगों को 6 महीने तक रोजाना अखरोट खाने के लिए दिया गया। इस शोध का परिणाम संतोषजनक रहा। इस शोध में पाया गया कि शोध में शामिल लोगों के वजन में 3 किलो वृद्धि देखी गई।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।