New Coronavirus Strain: शोध में खुलासा, लंबे समय तक परेशान करते हैं कोविड-19 के ये 4 लक्षण
New Coronavirus Strain JAMA जर्नल में प्रकाशित हुई नई रिसर्च में कोविड-19 से पीड़ित 234 लोगों से अगस्त और नवंबर के बीच संपर्क किया गया था। उनसे संक्रमण के तीसरे और 9वें महीने के बीच के अनुभव पर आधारित सवाल किए।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। New Coronavirus strain: साल 2020 में शुरू हुई कोरोना वायरस महामारी अब भी चिंता का विषय बनी हुई है। इलाज और दुनियाभर में चल रहे वैक्सीनेशन ड्राइव के बावजूद, संक्रमण से संबंधित जटिलताएं और चिंताएं सिर्फ बढ़ी हैं। हाल ही में कोरोना वायरस के नए रूप के आने से कोविड के मामले फिर तेज़ी से बढ़े हैं, जिसकी वजह से मेडिकल एक्सपर्ट्स के साथ आम लोगों के सामने भी नई संकट खड़ा हो गया है।
नए शोध का दावा, लंबे समय तक परेशान कर सकते हैं कोविड के लक्षण
नई रिसर्च में पाया गया है कि कोविड-19 से संक्रमित होने पर उसके लक्षण ठीक होने के बाद भी लंबे समय तक परेशान कर सकते हैं। JAMA जर्नल में प्रकाशित हुई नई रिसर्च में कोविड-19 से पीड़ित 234 लोगों से अगस्त और नवंबर के बीच संपर्क किया गया था। उनसे संक्रमण के तीसरे और 9वें महीने के बीच के अनुभव पर आधारित सवाल किए।
अध्ययन में पाया गया कि कोरोनावा यरस लक्षण या चिकित्सा जटिलताओं का कारण बन सकता है, जो ठीक होने के बाद भी हफ्तों और महीनों तक चलते हैं। इनमें से लंबे चलने वाले सबसे आम लक्षणों में- थकान, सुगंध और स्वाद का महसूस होना, मानसिक भ्रम और रोज़ के घरेलू कामों को करने में दिक्कत आना।
थकावट
अत्यधिक थकावट को कोविड-19 को सबसे आम और प्रमुख लक्षणों में से एक माना जाता है। चाहे आप कोविड-19 के शुरुआती लक्षणों से जूझ रहे हों, या फिर लंबी बीमारी से, कोविड के सभी मरीज़ों ने थकावट की शिकायत की है। रिसर्च में पाया गया है कि 177 में से 24 कोविड के मरीज़ों को लंबे समय तक थकावट से जूझते हैं।
सुगंध और स्वाद का महसूस न होना
इसी तरह रिसर्च में देखा गया कि 24 मरीज़ों ने इस जानलेवा संक्रमण से उबरने के बाद भी सुगंध और स्वाद के महसूस न होने की शिकायत की। वैज्ञानिकों का कहना है कि ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ये वायरस आपते ओलफैक्ट्री सेन्सेज़ को प्रभावित करता है।
मानसिक भ्रम
ब्रेन फॉग यानी मानसिक भ्रम को लंबे कोविड के अन्य लक्षणों में गिना जाता है। शोध में 23 मरीज़ों में ये लक्षण देखा गया। पहले भी कोविड से ठीक हुए लोग मानसिक भ्रम के शिकार पाए गए हैं। उन्हें अपनी बात को रखने और उसे समझाने में दिक्कत आती है। कुछ ने बोलने में परेशानी होने या बिन रुके बात न कर पाने की भी शिकायत की है।
रोज़मर्रा के काम करने में दिक्कत
कोविड से उबरने के बाद भी लक्षणों का लंबे समय तक परेशान करने की वजह से लोगों को रोज़र्रा के काम करने में दिक्कत आती है। शोध में 14 ऐसे मरीज़ थे, जिन्होंने आसान से काम करने में भी परेशानी होने का ज़िक्र किया।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।