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मच्छर के थूक से तैयार वैक्सीन मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया से करेगा बचाव

मच्छर के थूक से तैयार ये वैक्सीन मच्छरों के काटने से इंसानों में होने वाले रोगों जैसे मलेरिया डेंगू चिकनगुनिया पीला बुखार आदि से बचाएगी।

By Shilpa SrivastavaEdited By: Published: Thu, 18 Jun 2020 04:02 PM (IST)Updated: Thu, 18 Jun 2020 04:02 PM (IST)
मच्छर के थूक से तैयार वैक्सीन मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया से करेगा बचाव
मच्छर के थूक से तैयार वैक्सीन मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया से करेगा बचाव

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। दुनिया कोरोनावायरस से तंग है। उसके आगे इस समय अधिकांश बीमारियां छोटी हो गई हैं। जहां दुनिया भर के वैज्ञानिक कोरोना का इलाज ढ़ूंढने में मसरूफ हैं, वहीं अमेरिका के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि उन्होंने मच्छर के थूक से वैक्सीन तैयार की है, जो आने वाली महामारी को रोकने में मददगार साबित हो सकती है।

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अध्ययन में दावा किया जा रहा है कि कीड़े, मकोड़ों और मच्छरों के काटने से होने वाले रोगों का ये वैक्सीन खात्मा कर देगी। ये वैक्सीन मच्छरों के काटने से इंसानों में होने वाले रोगों जैसे, मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, पीला बुखार आदि से बचाएगी। अगर वैक्सीन का परीक्षण कामयाब हो जाता है, तब ये वैक्सीन सभी रोगजनकों के खिलाफ लड़ाई में मददगार साबित हो सकती है।

मच्छर के थूक से वैक्सीन बनाने के शोध की शुरुआत महिला वैज्ञानिक जेसिका मैनिंग की अगुवाई में अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शन डिजीज ने की है। शोध का मकसद एक ऐसी वैक्सीन तैयार करना है, जिसके जरिए डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, पीला बुखार समेत ऐसी ही कई बीमारियों का इलाज किया जा सके। इंसानों में मच्छर के थूक से वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल अपने आप में पहली बार शुरू किया गया है।

‘द लांसेट’ पत्रिका में शुरुआती नतीजों को प्रकाशित किया गया है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, मानव परीक्षण में वैक्सीन को सुरक्षित पाया गया। उनका कहना है कि इससे एंटी-बॉडी विकसित करने में सफलता मिली। शोध के पहले चरण में 49 लोगों को ये वैक्सीन लगाई गई, जिसके कुछ हफ्तों बाद उनके हाथों पर मच्छरों से कटवाया गया। मच्छरों से कटवाने के बाद उन लोगों के शरीर की प्रतिरोधक क्षमता का जायजा लिया गया।

इस दौरान पाया गया कि वैक्सीन के असर से प्रतिरोधक क्षमता काफी सक्रिय हो गई। जैसिका मैनिंग ने कहा कि हमें ज्यादा नवाचार उपकरणों की जरूरतों है। इस तरह की एक वैक्सीन बीमारियों के खिलाफ जहर का प्याला साबित होगी। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, हर साल दुनिया भर में मलेरिया से करीब 4 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो जाती है। ये मौत ज्यादा गरीब मुल्कों में होती है, जहां वैक्सीन शोध और फंडिंग का इंतजाम नहीं होता है। जानकारों का मानना है कि अगर मच्छर के थूक से बनाई जाने वाली वैक्सीन कामयाब हो गई तो उम्मीद है बहुत सारी बीमारियों का रास्ता हमेशा के लिए बंद हो जाएगा। 

                   Written By Shahina Noor


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