जानें, किस मच्छर से फैलता है ज़ीका वायरस और क्या हैं इसके लक्षण
WHO का कहना है कि मच्छरों से बचने के लिए जरूरी है कि पूरे शरीर को ढककर रखें और गहरे रंग के कपड़े न पहनें।
नई दिल्ली, जेएनएन। बरसात के दिनों में मच्छरों का आतंक बहुत बढ़ जाता है। इससे कई बीमारियों का जन्म होता है। इनमें एक बीमारी ज़ीका वायरस है। भारत में पहली बार साल 2016 में ज़ीका वायरस के संक्रमण का मामला सामने आया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation) ने बताया था कि गुजरात के अहमदाबाद में ज़ीका संक्रमण के तीन मामले सामने आए हैं। जिनमें एक गर्भवती महिला भी शामिल थी।
भारत में ऐसे आया ये वायरस
भारत में एडीज़ मच्छरों की वजह से जीका वायरस के बढ़ते संक्रमण की वजह से World Health Organisation ने चिंता जताई है। डब्ल्यूएचओ का मानना है कि भविष्य में और भी मामले सामने आ सकते हैं।
ये हैं ज़ीका से बचने के 5 उपाय:
1. WHO के मुताबिक, ज़ीका वायरस के संक्रमण को रोकने का सबसे अच्छा उपाय है मच्छरों की रोकथाम।
2. WHO का कहना है कि मच्छरों से बचने के लिए जरूरी है कि पूरे शरीर को ढककर रखें और गहरे रंग के कपड़े न पहनें।
3. मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए अपने घरों के आसपास गमले, बाल्टी, कूलर या ऐसी किसी भी जगह पर पानी जमा न होने दें।
4. बुख़ार, गले में दर्द, जोड़ों में दर्द, आंखें लाल होने जैसे लक्षण नज़र आने पर अधिक से अधिक तरल पदार्थों का सेवन करें और साथ ही भरपूर आराम भी करें।
5. ज़ीका वायरस का अभी तक टीका उपलब्ध नहीं है। अगर बुखार नहीं जाता और तबियत ज़्यादा बिगड़ जाती है तो फौरन डॉक्टर को दिखाएं।