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Monsoon & Coronavirus Pandemic: मानसून और कोविड-19 के संकट में बच्चों को डेंगू-मलेरिया से कैसे बचाएं?

Monsoon Coronavirus Pandemicमानसून की बौछार गर्मी से राहत दिलाती है लेकिन ये सुहाना मौसम कई बीमारियों व इन्फेक्शन को न्योता भी देता है। आइए जानें कैसे इन बीमारियों से बचें।

By Ruhee ParvezEdited By: Published: Wed, 22 Jul 2020 08:26 PM (IST)Updated: Wed, 22 Jul 2020 08:26 PM (IST)
Monsoon & Coronavirus Pandemic: मानसून और कोविड-19 के संकट में बच्चों को डेंगू-मलेरिया से कैसे बचाएं?
Monsoon & Coronavirus Pandemic: मानसून और कोविड-19 के संकट में बच्चों को डेंगू-मलेरिया से कैसे बचाएं?

नई दिल्ली। Monsoon Diseases During Pandemic: कोरोना वायरस महामारी के बीच लीडिंग मदर और चाइल्ड केयर हॉस्पिटल मदरहुड हॉस्पिटल ने इस सीज़न में बच्चों में फैलने वाली बीमारियों और इन्फेक्शन को लेकर माता-पिता को चेताया है। शहरों में ज़्यादा बारिश होने से कई सारी समस्याएं बढ़ती हैं। चाहे फिर पानी का इकठ्ठा होना हो या बाढ़ और अगर इस समय माता-पिता अपने बच्चे की हेल्थ पर ध्यान नहीं देंगे तो बच्चे को वायरल फीवर, निमोनिया, डेंगू, मलेरिया और हेप्टाईटिस-ए जैसी ख़तरनाक बीमारियां हो सकती हैं।

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नोएडा के मदरहुड हॉस्पिटल के पेडियाट्रीसियन कंसल्टेंट और नियोनोटोलोजिस्ट डॉ. रामानी रंजन ने कहा, "कुछ सबसे आम बीमारियां जो इस मानसून में बढ़ती हैं वे वेक्टर बोर्न होती हैं। डेंगू चिकनगुनिया और मलेरिया जैसी बीमारियां इस सीज़न में इसलिए फैलती हैं क्योंकि इस नम वातावरण में मच्छर ज़्यादा तादाद में पनपते हैं। शहर में उन स्थानों की पहचान करनी इम्पोर्टेंट हैं, जहां मच्छर ज़्यादा पनपते हैं। इनका समय से उपाय करना ज़रूरी है, ताकि बीमारी के फैलाव को रोका जा सके। इस समय यह और भी ज़रूरी है, क्योंकि हम ख़तरनाक महामारी कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों से परेशान हैं।"

न केवल वेक्टर बोर्न बीमारियां, बल्कि शहर इस समय इन्फेक्शन के बढ़ते मामले भी एक्सपीरियंस कर रहा है। सबसे मोस्ट कॉमन बीमारियों में एलर्जी के अलावा अन्य नार्मल बीमारियों में डायरिया, टाइफोइड और कई तरह के वायरल फीवर भी शामिल हैं।

सावधानी इलाज से बेहतर होती हैं। नीचे कुछ टिप्स दिए जा रहे हैं जो आपको बारिश के दौरान इन बीमारियों से प्रोटेक्ट कर सकते हैं।

- सुनिश्चित करें कि बच्चा साफ-सुथरा रहे और स्वच्छ पानी व खाना खाए।

- सड़क किनारे मिल रहे खाने या फ्रोज़न फूड को खाने से बचें। फ्रोज़न फूड में फफूंद बनने लगती हैं जिससे डायरिया और पेट में इन्फेक्शन होता है।

- मानसून के दौरान स्वच्छता से समझौता न करें। दिन में कई बार हाथ धोएं।

- हाइड्रेटेड रहें। खूब सारे फ्लूड पिएं क्योंकि यह शरीर में फ्लूड की भरपाई और पानी के अच्छे संतुलन को बनाए रखता है। इससे आप मानसून के दौरान परेशानी पैदा करने वाले कई वायरस से लड़ सकते हैं।

- बारिश वाले जूते पहनें इससे पैरों को प्रदूषित पानी के संपर्क में आने से रोका जा सकता है क्योंकि जहां पानी इकठ्ठा होता है, वहां फंगल इन्फेक्शन ज़्यादा फैलते हैं।

- डेंगू और मलेरिया से बचने के लिए घर से बाहर जाते समय मच्छर भगाने वाले रेपेलेंट्स और घर पर मच्छरदानी का प्रयोग करें।

-आसपास मच्छरों के पनपने वाली जगह को साफ करें।

- हमेशा एक हैंड सैनिटाइज़र रखें और इसे इस्तेमाल करें।

- बाहर जाते समय स्वच्छ पानी की बोतल पास में रखें और बाहर का पानी पीने से बचें या केवल पैक किया हुआ पानी ही पिएं।

केवल कुछ सावधानियां बरतकर मानसून के ख़राब अनुभव को ख़त्म किया जा सकता है। अगर आपको लगता है कि आपका बच्चा सुस्त और स्लीपी है, तो डॉक्टर आपको सेल्फ-मेडिकेशन के बजाय पेडियाट्रिक से संपर्क करने की सलाह देते हैं।

मदरहुड हॉस्पिटलए नोयडा के पेडियाट्रीसियन कंसल्टेंट & नियोनोटोलोजिस्ट डॉ. रामानी रंजन का कहना है, "अगर बच्चे को फीवर आता है और उसकी बॉडी पर चकत्ते दिखते हैं, तो तुरंत पेडियाट्रिक को दिखाएं। फीवर, शरीर में दर्द, एब्डोओर्मिनल पेन, सिरदर्द, पेट में दर्द, दस्त इन दिनों में बच्चों में बीमारी के आम लक्षण होते हैं। इसलिए इन लक्षणों के दिखते ही, फौरन अपने डॉक्टर से सलाह करें।"


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