Prostrate Cancer Prevention: लाइफस्टाइल में इन 5 बदलावों से हो सकता है प्रोस्ट्रेट कैंसर का ख़तरा कम!
Prostrate Cancer Prevention प्रोस्ट्रेट कैंसर के ज़्यादातर मरीज़ 65 की उम्र से ज़्यादा के होते हैं। उम्र के अलावा कई और कारण भी हैं जो इन कैंसेरियस सेल्स की ग्रोथ की वजह बनते हैं- जैसे डाइट और लाइफस्टाइल से जुड़ी आदतें।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Prostrate Cancer Prevention: कैंसर एक तेज़ी से बढ़ता हुआ ख़तरा है। प्रोस्ट्रेट कैंसर दुनियाभर में चौथा सबसे आम कैंसर है जिसके शिकार पुरुष होते हैं। एक आदमी के प्रोस्टेट में कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि, अखरोट के आकार की एक छोटी ग्रंथि जो वीर्य का उत्पादन करती है। इसमें पेशाब करने में कठिनाई, स्खलन, बार-बार पेशाब आना और मूत्र में रक्त आने जैसी तकलीफों का सामना करना पड़ता है। इस बीमारी का जोखिम उम्र के साथ और बढ़ जाता है। प्रोस्ट्रेट कैंसर के ज़्यादातर मरीज़ 65 की उम्र से ज़्यादा के होते हैं। उम्र के अलावा कई और कारण भी हैं जो इन कैंसेरियस सेल्स की ग्रोथ की वजह बनते हैं- जैसे डाइट और लाइफस्टाइल से जुड़ी आदतें। लाइफस्टाइल में कुछ ऐसे बदलाव हैं जिनकी मदद से प्रोस्ट्रेट कैंसर के जाखिम को कम किया जा सकता है।
पुरुषों के स्वास्थ्य जागरूकता माह के अवसर पर, आइए कुछ आहार और जीवनशैली में बदलाव पर एक नज़र डालते हैं जो पुरुषों में प्रोस्ट्रेट कैंसर के जोखिम को कम कर सकते हैं।
लो-फैट डाइट लें
दो तरह के फैट्स होते हैं, अच्छे और बुरे। जो अच्छे फैट्स होते हैं वे आपकी दिल की सेहत, लो ब्लड प्रेशर में सुधार करते हैं और क्रोनिक बीमारियों के ख़तरे को भी कम करते हैं। वहीं, बुरे फैट्स ठीक इसका उल्टा काम करते हैं। एक हेल्दी लाइफ जीने के लिए अपनी डाइट में नट्स, घी, मछली जैसे अच्छे फैट्स को शामिल करें और तला व जंक फूड का सेवन बंद करें। यहां तक कि अच्छे फैट्स का सेवन भी सीमित होना चाहिए।
अपनी डाइट में ज़्यादा फल और सब्ज़ियों को शामिल करें
सब्ज़ियों और फलों में कई तरह के पोषण तत्व मौजूद होते हैं। जो आपके शरीर के अलग-अलग अंगों को सही तरीके से काम करने में मदद करते हैं। हर फल और सब्ज़ी में अलग-अलग पोषक तत्व होते हैं, इसलिए इन्हें डाइट का हिस्सा ज़रूर बनाएं। विटामिन और खनीज प्रोस्ट्रेट कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को कंट्रोल करने में मददगार साबित होते हैं।
हेल्दी वज़न को बनाए रखें
वज़न ज़्यादा या फिर मोटापा होना आपको लिए प्रोस्ट्रेट कैंसर और दूसरी गंभीर बीमारियों का ख़तरा बढ़ा सकता है। शोध के मुताबिक, पुरुषों का BMI (बॉडी मास इंडेक्स) 30 होना चाहिए, वरना प्रोस्ट्रेट कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है। 50 की उम्र के बाद सही वज़न बनाए रखना और भी ज़रूरी हो जाता है, क्योंकि इस दौरान मेचाबॉलीज़िम धीमा हो जाता है और लोगों का वज़न बढ़ जाता है।
रोज़ाना एक्सरसाइज़ करें
एक्सरसाइज़ को लेकर जो सबसे आम धारणा बनी हुई है, वह यह है कि इसे सिर्फ वज़न कम करने के लिए ही किया जाता है। हेल्दी जीवन के लिए सभी के रोज़ाना वर्कआउट करना ज़रूरी होता है। व्यायाम करने से आप प्रोस्ट्रेट कैंसर, दिल की बीमारी और ऐसी क्रोनिक रोगों के जोखिम को कम कर सकते हैं। अपने वज़न और कैलोरी का सही संतुलन बनाए रखने के लिए भी व्यायाम ज़रूरी होता है। रोज़ाना कम से कम 30 मिनट के लिए वर्कआउट ज़रूर करें।
स्मोकिंग और ड्रिंकिंग छोड़ें
ज़रूरत से ज़्यादा स्मोक और ड्रिंक करना आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए अगर आपको भी इन चीज़ों की आदत है, तो बेहतर है कि इसे छोड़ दें। दोनों ही चीज़ें आपके इम्यून फंक्शन को कमज़ोर बनाती हैं, जिससे आप आसानी से बीमार पड़ सकते हैं। शराब का सेवन आप फिर भी हफ्ते में एक बार सकते हैं, लेकिन स्मोक बिल्कुल छोड़ने की ज़रूरत होती है।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।