कोरोना वायरस महामारी के बीच इस तरह रखें अपने मित्रों, सहकर्मियों और स्टाफ का ख्याल
कोरोना वायरस से लोगों में दहशत है और लोग डरे हुए हैं जिससे उनमें डिप्रेशन का खतरा बहुत अधिक बढ़ गया है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोना वायरस महामारी के कारण भारत सहित दर्जनों देशों में लॉक डाउन की स्थिति है। लोग अपने घरों में हैं। वहीं, कई कंपंनियों ने अपने स्टाफ को वर्क फ्रॉम होम का विकल्प दिया है। ऐसे में लोग अपने घरों से ही काम भी कर रहे हैं। हालांकि, कोरोना वायरस से लोगों में दहशत है और लोग डरे हुए हैं और उनमें डिप्रेशन का खतरा बहुत अधिक बढ़ गया है। इससे काम भी प्रभावित हो रहे हैं। ऐसी स्थिति में टीम स्पीरिट को बनाए रखना आसान नहीं होता है। अगर आपके और आपके काम के साथ ऐसा कुछ हो रहा है तो आप इन टिप्स का का सहारा ले सकते हैं-
उनसे लगातार पूछें, काम कैसा चल रहा है
अपनी टीम के सभी लोगों से हमेशा पूछते रहें कि वे कैसे इस स्थिति को हैंडल कर रहे हैं और क्या वे ठीक हैं? अगर आप फोन करते हैं तो पहली बार में "मैं ठीक हूं" जवाब मिले, इसकी संभावना बहुत कम होती है, लेकिन बार-बार फोन करने से आपको उनकी परेशानियों के बारे में पता चल पाएगा। अगर स्टाफ अपने बारे में कुछ नहीं बता पा रहे हैं तो उन्हें आप मानसिक रूप से स्वस्थ रहने की सलाह दें।
स्टाफ की सुनें
अपने स्टाफ को ऐसा अहसास होने दें कि आप उनकी बातों को वरीयता दे रहे हैं। अगर आपके पास किसी सवाल का जवाब नहीं हैं तो भी उन्हें बताएं कि हमें मिलकर इस पर काम करने की जरूरत है।
स्टाफ को उत्साहित करें
अपने स्टाफ को सहायता लेने के लिए उत्साहित कर सकते हैं। अगर आपको ऐसा महसूस होता है कि कोई संकट की घड़ी में खुद को संभाल नहीं सकता है तो उन्हें अपने एचआर या किसी मनोवैज्ञानिक से बात करने की सलाह दें। जरूरत के समय स्टाफ को चिकित्सा सुविधाएं भी उपलब्ध करवाएं।
सहयोगी बनें
कोरोना वायरस महामारी पूरी दुनिया के लिए एक आपदा है। ऐसी स्थिति में लोगों को मानसिक सहायता की अधिक जरूरत है। ऐसे में आप अपने स्टाफ के साथ अधिक से अधिक टच में रहें। उनका सहयोगी बनें। जब भी आपको समय मिले। सबसे फोन पर बात जरूर करें। इससे आपके स्टाफ में ऊर्जा का नव संचार होगा।