D614G Virus: क्या कोरोना वायरस का स्ट्रेन है D614G, इसके बारे में ये 5 बातें ज़रूर जान लें!
D614G Virus वायरस की एक और सामान्य विशेषता जिसके बारे में हम शुरुआत से सुनते आ रहे हैं वह है इसकी जल्दी और तेजी से उत्परिवर्तन की क्षमता रखता है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। D614G Virus: कोविड-19 महामारी के दौरान वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं और चिकित्सा विशेषज्ञों ने जिन सबसे बड़ी चुनौतियों का सामना किया है उनमें से एक है वायरस की विशेषताएं। SARS-CoV-2, वो वायरस जिससे कोविड-19 होता है, जो एक नया वायरस है और इसके लक्षण, इलाज, जोखिम वक्त के साथ बदले हैं।
हालांकि, वायरस की एक और सामान्य विशेषता जिसके बारे में हम शुरुआत से सुनते आ रहे हैं, वह है इसकी जल्दी और तेजी से उत्परिवर्तन की क्षमता रखता है। जिसकी वजह से वैज्ञानिकों से लेकर आम जनता भी कंफ्यूज़्ड है।
मलेशिया में पाया गया 10 गुणा ज़्यादा ख़तरनाक वायरस
सोमवार यानी 17 अगस्त को मलेशिया में 10 गुणा ज़्यादा ख़तरनाक वायरस पाया गया। रिपोर्ट के मुताबिक, ये कोरोना वायरस का ही नया स्ट्रेन है, जो अब तक सभी स्ट्रेन से 10 गुणा ज़्यादा जोखिम भरा है। इस म्यूटेशन को D614G का नाम दिया गया है, जो एक रेस्तरां के मालिक से शुरू हुआ और बढ़कर 45 मामले हो चुके हैं।
इस म्यूटेशन को D614G का नाम क्यों दिया गया?
कोविड-19 बीमारी फैलाने वाले वायरस का आधिकारिक नाम SARS-CoV-2 है। इस वायरस के नए म्यूटशन को D614G का नाम दिया गया है। जैसा कि आप जानते हैं कि कोरोना वायरस में स्पाइक्स होते हैं, शोधकर्ताओं के मुताबिक, इस स्पाइक्स में D614G भी मौजूद होता है। यह म्यूटेशन अमीनो एसिड को 614 की स्थिति में D- एसपारटिक एसिड से G- ग्लाइसिन में बदल देता है। इसलिए, इसका नाम D614G है।
D614G स्ट्रेन पर सामने आया, क्या ये आम है?
इस स्ट्रेन के बारे में मलेशिया में हाल ही में पता चला, लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक, ये स्ट्रेन चीन के वुहान में प्रारंभिक प्रकोप के बाद ही पाया गया था, और तब से दुनियाभर में बना हुआ है। यहां तक कि, 97 प्रतिशत कोरोना के नमूनों में ये स्ट्रेन मौजूद है।
क्या D614G स्ट्रेन अधिक संक्रामक है?
दुर्भाग्य से, संभावना है कि D614G उत्परिवर्तन SARS-CoV-2 की संक्रामक प्रकृति को और बढ़ा देगा। एक शोध के मुताबिक, स्ट्रैंड वायरस को मानव कोशिकाओं में प्रवेश करने के लिए आसान बना सकता है, और वायरस को दोगुणा कर सकता है। अन्य अध्ययनों ने ये भी दावा किया है कि कोरोना का नया स्ट्रैंड शुरुआती संक्रमण की तुलना में अधिक संक्रामक हो सकता है।
क्या इस म्यूटेशन से कोविड-19 वैक्सीन की दक्षता प्रभावित होने की संभावना है?
विशेषज्ञों का तर्क है कि म्यूटेशन से वैक्सीन की दक्षता पर असर पड़ने की संभावना नहीं है, क्योंकि दुनिया भर के सभी SARS-CoV -2 स्ट्रेन में D614G संस्करण मौजूद हैं।