कोरोना महामारी के बीच अपने बच्चों को स्कूल भेजते समय इन बातों का जरूर रखें ध्यान
देश के कई राज्यों में स्कूल को खोल दिया गया है। देश की राजधानी दिल्ली में स्कूल अगले महीने 1 सितंबर से खुलेंगे। इसके लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने नई गाइडलाइन्स जारी की है जिनमें सभी आवश्यक नियमों को बताया गया है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। देश के कई राज्यों में कोरोना संक्रमितों की संख्या रोजाना इजाफा हो रहा है। खासकर केरल और महाराष्ट्र में बड़ी तेजी से संक्रमितों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है। इसी बीच देश के कई राज्यों में स्कूल को खोल दिया गया है। देश की राजधानी दिल्ली में स्कूल अगले महीने 1 सितंबर से खुलेंगे। इसके लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने नई गाइडलाइन्स जारी की है, जिनमें मास्क पहनने से लेकर शारीरिक दूरी का पालन करने तक सभी आवश्यक नियमों को बताया गया है। इन नियमों का पालन करना अनिवार्य है। अगर आप भी कोरोना महामारी के बीच अपने बच्चों को स्कूल भेजने की तैयारी में हैं, तो इन बातों का खास ध्यान जरूर रखें। आइए जानते हैं-
-अपने बच्चे को मास्क पहनाकर स्कूल भेजें। साथ ही स्कूल परिसर समेत घर से बाहर रहने के दौरान मास्क पहनने की सलाह दें। एक चीज ध्यान रखें कि बच्चे मास्क सही तरीके से लगाएं।
-अपने बच्चे को शारीरिक दूरी का पालन करने के लिए कहें। अनचाही और अनजानी वस्तुएं न छुएं। अगर अनजाने में छूते हैं, तो तत्काल हाथ धोएं।
-यह सुनिश्चित कर लें कि स्कूल में कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु सभी मूलभूत सुविधाएं हैं। आप चाहे तो बच्चे को दस्ताने भी दे सकते हैं।
-बच्चे को खाना और पानी की बोतल शेयर न करने की हिदायत दें। अक्सर बच्चे टिफिन को आपस में शेयर करते हैं। उन्हें कोरोना महामारी के बारे में सही जानकारी दें।
-हर घंटे या दो घंटे के अंतराल पर बच्चे अपने हाथों को अच्छी तरह से धोएं। वहीं, हाथों को कम से कम 20 सेकेंड तक जरूर धोने के लिए कहें।
-अपने बच्चों को खाना खाने से पहले और बाद में हाथ धोने के लिए कहें।
-बच्चों को हर समय सैनिटाइजर कैरी करने की सलाह दें। जब कभी अनचाही चीजों के संपर्क में आते हैं, तो सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
-जैसे ही 18 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए टीका उपलब्ध होगा। अपने बच्चों को टीका जरूर लगवाएं।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।