Diabetes and potatoes: शुगर के मरीज़ डाइट में आलू का सेवन करें या नहीं, जानिए एक्सपर्ट की राय
Diabetes and potatoes आलू खाने से बॉडी में शुगर का स्तर बढ़ने लगता है इसलिए शुगर के मरीज़ सीमित मात्रा में आलू का सेवन करें। कार्बोहाइड्रेट बॉडी में जाकर शुगर बनाता है जिससे शुगर के मरीज़ों की बॉडी में शुगर बढ़ने लगती है।
नई दिल्ली, शाहीना नूर। आलू हमारी थाली का अहम हिस्सा है जिसे हम सभी बेहद शौक से खाते हैं। आलू का इस्तेमाल हम आलू के परांठे बनाने में, सब्जी और चाट बनाने में करते हैं जिसे ज्यादातर लोग खाना पसंद करते हैं। आलू न सिर्फ पेट भरने का काम करता है, बल्कि इसमें मौजूद औषधीय गुण शारीरिक तकलीफों को दूर करने में भी मदद करते हैं। इसमें फाइबर और पोटैशियम भरपूर होता है। आलू के कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन, ग्लूकोज और अमीनो एसिड में बदलकर शरीर को एनर्जी देते है। इतने गुणों से भरपूर आलू का सेवन शुगर के मरीज़ों को नुकसान पहुंचा सकता है क्या? सेंट स्टीफन अस्पताल की सीनियर डाइटिशियन अनीता मेहता से जानते हैं कि शुगर के मरीज़ों के लिए आलू का सेवन फायदेमंद है या नुकसानदायक।
शुगर के मरीज़ करें आलू का सीमित सेवन:
पोषक तत्वों से भरपूर आलू सेहत के लिए फायदेमंद होता है, इसमें स्टार्च ज्यादा होता है और चावल, गेहूं की तरह इसमें कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट पाए जाते हैं। आलू खाने से बॉडी में शुगर का स्तर बढ़ने लगता है, इसलिए शुगर के मरीज़ सीमित मात्रा में आलू का सेवन करें। कार्बोहाइड्रेट बॉडी में जाकर शुगर बनाता है जिससे शुगर के मरीज़ों की बॉडी में शुगर बढ़ने लगती है। इसलिए शुगर के मरीज़ आलू का सीमित मात्रा में सेवन करें।
शुगर के मरीज़ आलू का इस तरह करें सेवन:
शुगर के मरीज़ सुबह नाश्ते में आलू के परांठे, दोपहर के खाने में आलू का सेवन और फिर शाम को आलू का चाट खाएंगे तो इतना अधिक आलू का सेवन उनकी शुगर बढ़ा सकता है। अगर आपको शुगर है तो आप दिन भर में सिर्फ एक बार ही आलू का सेवन करें, आपकी शुगर बढ़ने का खतरा कम रहेगा। आलू का इस्तेमाल परांठे और सब्जी में करने से बेहतर है कि आप उसका सेवन उबाल कर करें। अपने सभी मील में आलू खाएंगे तो शुगर कंट्रोल नहीं रहेगा।
डायबिटीज में आलू का सेवन:
डायबिटीज से कार्बोहाइड्रेट का रिश्ता ग्लाइसेमिक इंडेक्स वैल्यू के आधार पर तय किया जाता है। आलू अपने जीआई स्कोर की वजह से खराब कार्बोहाइड्रेट माना जाता है। किसी भी खाद्य पदार्थ में ग्लाइसेमिक इन्डेक्स का 70 से ज्यादा होना सेहत के लिए खतरा है, ये ब्लड में शुगर लेवल तेजी से बढ़ाता है। आलू का ग्लाइसेमिक इन्डेक्स 58 से 111 के बीच होता है। उबले हुए आलू में औसतन 78, जबकि इंस्टैंट पके आलू में औसतन जीआई 87 होता है। इसलिए शुगर के मरीज़ कोशिश करें कि वो आलू का सीमित मात्रा में सेवन करें।