Coronavirus: क्या आंखों का फड़कना भी है कोविड-19 संक्रमण का लक्षण? जानें इस बारे में सबकुछ
Coronavirus कोरोना वायरस के लक्षणों की लिस्ट लगातार बढ़ती जा रही है। बुखार सर्दी खांसी सिर दर्द सबसे आम लक्षणों में से हैं लेकिन आंखों से जुड़े भी कई लक्षण हैं जिनको आमतौर पर नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Coronavirus: कोविड-19 से जुड़े कई तरह के लक्षण हैं और ऐसा लगता है कि इन लक्षणों की लिस्ट कभी ख़त्म नहीं होगी। ज़्यादातर लक्षण वेरिएंट्स के हिसाब से बदलते रहते हैं और इनकी गंभीरता हर व्यक्ति में अलग तरह से हो सकती है। कई लोग लॉन्ग कोविड के लक्षणों से भी जूझते हैं।
कोविड संक्रमण की जब बात आती है, तो ज़्यादातर लोग सर्दी, खांसी और सांस लेने में दिक्कत पर ज़्यादा फोकस रहता है, कई लोग आंख से जुड़े कोविड के संकेतों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं। कई लोग जो कोविड से इन्फेक्ट होते हैं, कंजंक्टिवाइटिस, मूवमेंट डिऑर्डर के साथ पिंक आई और आखों के फड़कने से भी जूझते हैं।
कोविड के दौरान क्यों फड़कती है आंखें?
कोविड की वजह से आंखों के फड़कने के पीछे कई वजहें हो सकती हैं। इनमें से एक वजह कपाल नसों की सूजन हो सकती है, जिससे आपकी आंखों को नियंत्रित करने वाली मांसपेशियों में हल्के झटके आते हैं। कपाल तंत्रिकाएं आपकी आंखों, कान और नाक सहित मस्तिष्क के विभिन्न हिस्सों के बीच संदेश भेजती हैं। इन नसों की सूजन आंखों को प्रभावित कर सकती है, जिससे मरोड़, ऐंठन और अन्य न्यूरोमस्कुलर लक्षण हो सकते हैं।
कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर आंखों का फड़कना भी चिंता और बढ़े हुए स्क्रीन टाइम से जुड़ा हुआ है। मानसिक स्वास्थ्य तनाव या चिंता, जो महामारी के दौरान बढ़ गई है, आंखों की मरोड़ या ऐंठन का कारण बन सकती है। स्क्रीन टाइम और सोशल मीडिया का ज़्यादा इस्तेमाल भी थकान का कारण बनता है, जो कि महामारी के दौरान भी देखी गई है, आंखों के फड़कने को जन्म दे सकती है।
आंखों से जुड़े दूसरे लक्षण
आंखों के फड़कने के अलावा, कोविड इन्फेक्शन के दौरान आंखों का सूखना, खुजली, रेडनेस, कंजंक्टिवाइटिस, रौशनी से परेशानी होना, आंखों में सूजन और आंखों से पानी आना शामिल है। अगर आपको कोरोना वायरस की वजह से कंजंक्टिवाइटिस है, तो आपको आइसोलेट करना चाहिए वरना आप दूसरों को भी संक्रमित कर सकते हैं। साथ ही चेहरे, आंखों, मुंह और नाक पर हाथ न लगाएं।
क्या आंखों का फड़कना चिंताजनक है?
अगर आंखों का फड़कना कुछ ही दिनों या हफ्तों में ठीक नहीं होता या फिर और बिगड़ जाता है, तो आपको डॉक्टर से ज़रूर सलाह करनी चहिए। अगर यह इन्फेक्शन आपकी आंखों की रोशनी को प्रभावित कर रहा है, तो आपको डॉक्टर को इस बारे में बताना चाहिए। इसके अलावा अगर आप चक्कर आने, तेज़ सिर दर्द, या फिर संतुलन बनाने से जूझ रहे हैं, तो भी डॉक्टर से इस बारे में ज़रूर बात करें।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।