Pollution Borne Lung Diseases: तेज़ी से बढ़ रहे हैं COPD के मामले, जानें क्या है वजह!
Pollution Borne Lung Diseases जिन लोगों ने कभी धूम्रपान नहीं किया है आजकल उन्हें भी COPD होना आम बात हो गई है। डॉक्टर का कहना है कि पिछले 2-3 सालों में ऐसे कई मामले सामले आए हैं।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Air Pollution Causing Lung Diseases: गिरीश कुमार ने कभी ज़िंदगी में तंबाकू नहीं खाया और न ही उन्हें कभी दिल की बीमारी से जुड़ी कोई समस्या हुई। लेकिन पिछले लगभग एक महीने से उन्हें सांस लेने में दिक्कत ज़रूर आ रही है। जब हालात ठीक नहीं हुए तो 58 साल का यह शख्स प्लमोनोलोजिस्ट के पास चेकअप करवाने पहुंचा। जब टेस्ट का नतीजा आया तो कुमार ये देख हैरान रह गए कि वह क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मानरी बीमारी (COPD) से ग्रस्त हैं। ये फेफड़ों की बीमारी है जो ज़्यादातर उन लोगों को होती है दो धूम्रपान करते हैं।
हालांकि, उनके डॉक्टर और पल्मोनोलोजिस्ट इससे हैरान नहीं हुए। उनका कहना है कि जिन लोगों ने कभी धूम्रपान नहीं किया है आजकल उन्हें भी आजकल COPD होना आम बात हो गई है। उनका कहना है कि पिछले 2-3 सालों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं।
डॉक्टर का कहना है कि जो लोग धूम्रपान नहीं करते लेकिन ऐसी जगह रहते हैं जहां बायोमास ईंधन या फिर औद्योगिक प्रदूषण है, उन्हें भी COPD हो जाता है। हालांकि, जो मरीज़ आजकल आ रहे हैं उनके साथ ये समस्या भी नहीं है। हमें लगता है कि ज़्यादा देर प्रदूषण में रहने से भी COPD होना आम हो गया है।
COPD फेफड़ों की एक ऐसी प्रगतिशील बीमारी है जो सांस की तकलीफ का कारण भी बनती है और जानलेवा भी साबित हो सकती है। हवा में प्रदूषण और धूम्रपान इस बीमारी को और गंभीर बना सकता है, यहां तक कि इसे ठीक होने से रोकता भी है।
यह संभव है कि हवा में मौजूद प्रदूषकों में ज़्यादा देर रहने से इस बीमारी का जोखिम बढ़ सकता है। छोटे बच्चे जो दिल्ली जैसे शहर में रह रहे हैं, जहां पूरे साल प्रदूषण का स्तर खतरनाक लेवेल पर रहता है, उन्हें इस बीमारी के होने का सबसे ज़्यादा ख़तरा है।
COPD के प्रमुख कारण
-सांस लेने में दिक्कत
-खांसी
-जुकाम और फ्लू
-सीने में जकड़न
-वज़न घटना
-पैरों में सूजन
-तनाव
-सांस प्रणाली में संक्रमण
-दिल की समस्या
-फेफड़ों का कैंसर