Good Cholesterol: गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने के लिए आज से ही डाइट में शामिल करें कुलथी की दाल
Good Cholesterol आयुर्वेद में कुलथी को औषधि माना जाता है। खासकर पथरी के लिए कुलथी किसी वरदान से कम नहीं है। डॉक्टर भी पथरी से पीड़ित लोगों को कुलथी की दाल खाने की सलाह देते हैं। इसमें आवश्यक पोषक तत्व फाइबर फ्लेवोनॉइड कार्बोहाइड्रेट आदि पाए जाते हैं।
दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Good Cholesterol: शरीर में दो प्रकार के कोलेस्ट्रॉल पाए जाते हैं। इनमें एक 'गुड कोलेस्ट्रॉल' तो दूसरा 'बैड कोलेस्ट्रॉल' है। गुड कोलेस्ट्रॉल सेहत के लिए फायदेमंद होता है। वहीं, बैड कोलेस्ट्रॉल सेहत के लिए नुकसानदेह होता है। बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। इसके लिए बैड कोलेस्ट्रॉल का कंट्रोल में रहना जरूरी है। वहीं, गुड कोलेस्ट्रॉल ब्लड से एक्स्ट्रा फैट को कम और धमनियों को साफ रखने में मदद करता है। अगर आप भी शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाना चाहते हैं, तो डाइट में कुलथी की दाल को जरूर शामिल करें। आसान शब्दों में कहें तो कुलथी की दाल का सेवन अवश्य करें। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
कुलथी
आयुर्वेद में कुलथी को औषधि माना जाता है। खासकर, पथरी के लिए कुलथी किसी वरदान से कम नहीं है। डॉक्टर भी पथरी से पीड़ित लोगों को कुलथी की दाल खाने की सलाह देते हैं। इसमें आवश्यक पोषक तत्व फाइबर, फ्लेवोनॉइड, कार्बोहाइड्रेट आदि पाए जाते हैं, जो पथरी समेत अन्य बीमारियों में फायदेमंद होते हैं। इसके सेवन से शुगर कंट्रोल करने में भी मदद मिलती है। कई शोधों में दावा किया गया है कि कुलथी की दाल मधुमेह के लिए फायदेमंद साबित होती है। इसके सेवन से शुगर कंट्रोल में रहता है। कुलथी दाल में 50 से 60 फीसदी कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है। साथ ही कार्बोहाइड्रेट में स्टार्च और फाइबर पाया जाता है। कुलथी दाल में नॉन डायजिस्टिबल कार्बोहाइड्रेट होता है, जिससे रक्त में शुगर की कम मात्रा रिलीज होती है।
गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है
कुलथी की दाल में फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। फाइबर गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में सहायक होता है। वहीं, बैड कोलेस्ट्रॉल कम होता है। गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से हृदय स्वस्थ रहता है। साथ ही हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा कम हो जाता है। इसके लिए कुलथी की दाल का सेवन कर सकते हैं।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।