बरसात में तंदुरुस्त रहना चाहते हैं तो डाइट में कीजिए सुधार
सावन का महीना बारिश और हरियाली से भरपूर होता है लेकिन इन दिनों में बीमारियां होने की संभावना भी ज्यादा रहती है। इस मौसम में अपने खान-पान का विशेष ख्याल रखें।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। सेहत सबसे बड़ा ख़ज़ाना है। अच्छी सेहत संतुलित खान-पान और नियमित व्यायाम से हासिल होती है। हर मौसम में खान-पान बेहद मायने रखता है। बरसात के मौसम में संतुलित आहार आपको बरसात में होने वाली बीमारियों से महफूज रखता है। सावन का महीना बारिश और हरियाली से भरपूर होता है लेकिन इन दिनों में बीमारियां होने की आशंका भी ज्यादा रहती है। हम बताते हैं कि इस महीने में कौन से फूड खाना चाहिए और कौन से फूड नहीं खाना चाहिए।
बरसात में जल्दी पचने वाले फूड खाएं। बात करें सब्जियों की तो इस माह में लौकी, तुरई, टमाटर जैसी जल्दी पचने वाली और बेल पर उगने वाली सब्जियां खानी चाहिए।
फलों में ये खाएं- फलों में सेब, केला, अनार, नाशपति और जामुन जैसे मौसमी फल खाना चाहिए।
अनाज में करें इसे शामिल- चावल, गेहूं, मक्का, सरसों, मूंग, अरहर की दाल जैसे अनाज बरसात में खाना चाहिए। इसके अलावा इस मौसम में हरड़ आपको हर पेट की बीमारी से बचाती है।
हरी पत्तेदार सब्जियां- सावन के महीने में हरी पत्तेदार सब्जियों के सेवन से पेट की समस्या हो सकती हैं। इस मौसम में हरी पत्तेदार सब्जियों में बैक्टीरिया और कीड़े पनपते हैं जिससे पेट की कई समस्याएं होती हैं।
बैंगन से बरसात में करें परहेज। इस मौसम में बैंगन नहीं खाना चाहिए और अगर आप इसे खा भी रहे हैं तो बेहद सावधानी के साथ खाएं क्योकि बारिश के मौसम में इनमें कीड़े लग जाते हैं।
दूध और दही से करें परहेज। सावन में दूध और दहीं का इस्तेमाल करने से परहेज करें। वैज्ञानिक तौर पर देखा जाए तो इस मौसम में दूध पीने से गैस और पेट की बीमारियां होने की संभावना ज्यादा रहती है। इस मौसम में दही से भी दूरी बनानी चाहिए क्योंकि सर्दी-जुकाम, गले से संबंधित बीमारियां होने की सम्भावना रहती हैं।
मांस-मछली से भी बरसात के महीने में करें परहेज । बारिश का मौसम मछलियों के प्रजनन का समय होता है। इसलिए इस समय इंफेक्शन का खतरा ज्यादा रहता है, इसलिए इन्हें खाने से बचाना चाहिए।
Written By Shahina Noor