Calcium Rich Foods: दूध पीना नहीं है पसंद, तो कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए खाएं ये चीजें
Calcium Rich Foods बीन्स में कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। साथ ही इसमें विटामिन ए सी के बी 6 फाइबर आयरन प्रोटीन पोटैशियम होता है। पोटैशियम से उच्च रक्तचाप कंट्रोल में रहता है। वहीं फाइबर बढ़ते वजन को कंट्रोल करने में मददगार होता है।
दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Calcium Rich Foods: दूध सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। इसमें कैल्शियम और प्रोटीन के अलावा पोटैशियम, विटामिन और मिनरल प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसके लिए दूध को सुपर फूड कहा जाता है। दूध के नियमित सेवन से शरीर में कैल्शियम और विटामिन-डी की कमी पूरी होती है। कैल्शियम की कमी से हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। खासकर, बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में दूध अहम भूमिका निभाता है। हालांकि, कुछ लोगों को दूध पसंद नहीं होता है। अगर आप भी दूध पीना पसंद नहीं करते हैं, तो कैल्शियम की कमी दूर करने के लिए इन चीजों का सेवन करें। इनमें कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। आइए जानते हैं-
बीन्स (Beans) खाएं
बीन्स में कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। साथ ही इसमें विटामिन ए, सी, के, बी 6 फाइबर, आयरन, प्रोटीन, पोटैशियम होता है। पोटैशियम से उच्च रक्तचाप कंट्रोल में रहता है। वहीं, फाइबर बढ़ते वजन को कंट्रोल करने में मददगार होता है। जबकि, कैल्शियम की कमी भी दूर होती है। इसके लिए डाइट में बीन्स जरूर शामिल करें।
सफ़ेद तिल का सेवन करें
आमतौर पर तिल के लड्डू संक्रांति में बनाए जाते हैं। हालांकि, अगर आपको दूध पीना पसंद नहीं है, तो कैल्शियम की भरपाई के लिए तिल के लड्डू बनाकर सेवन कर सकते हैं। तिल में कैल्शियम पाया जाता है। इससे शरीर में कैल्शियम की कमी दूर होगी। रोजाना दो से तीन तिल के लड्डू का सेवन कर सकते हैं।
अनार का जूस पिएं
अनार में विटामिन-ए, सी, ई, प्रोटीन, कैल्शियम, थियामिन, राइबोफ्लेविन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर और नियासिन पाया जाता है। कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए रोजाना अनार का जूस जरूर पिएं। एक चीज़ का अवश्य ध्यान रखें कि बाजार में मिलने वाले जूस का सेवन बिल्कुल न करें। घर पर ही जूस तैयार कर सेवन करें। इसके अलावा, डाइट में संतरा, हरी सब्जियां और बादाम को भी शामिल कर सकते हैं।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।