Diwali 2021 Tips For Asthma: पटाखों का धुआं करता है अस्थमा के मरीज़ों को परेशान, ये 5 टिप्स रखेंगे ख्याल
Tips For Asthma Patients In Diwali पटाखों के धुएं की वजह से अस्थमा के मरीज़ों को अस्थमा का अटैक हो सकता है। जिन लोगों को सांस की समस्याएं है वो खुद को पटाखों के प्रदूषण से बचा कर रखें। पटाखों के धुएं से अस्थमा का अटैक हो सकता है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोनावायरस ने पिछले दो सालों में त्योहारों का रंग भी फ़ीका कर दिया था। इस साल वायरस का ज़ोर हल्का पड़ गया है तो लोग दिवाली की तैयारियों में जुट गए हैं। रोशनी का त्योहार दिवाली अपने साथ खुशियां और समृद्धि लेकर आता है, लेकिन कुछ बीमारियों से पीड़ित लोगों को इस त्योहार के मौके पर काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। दिवाली पर पटाखों का धुआ अस्थमा के मरीज़ों को बेहद परेशान करता है। सर्दी बढ़ने के साथ ही एक तरफ प्रदूषण का स्तर बढ़ने लगता है, तो दूसरी तरफ दिवाली पर पटाखों से निकलने वाला धुआ परेशान करता है। बढ़ता प्रदूषण और पटाखों का धुंआ फेफड़ों में सूजन पैदा कर सकता है, जिसकी वजह से फेफड़े अपना काम ठीक से नहीं कर पाते।
पटाखों के धुएं की वजह से अस्थमा के मरीज़ों को अस्थमा का अटैक हो सकता है। जिन लोगों को सांस की समस्याएं है, उन्हें अपने आप को पटाखों के प्रदूषण से बचा कर रखना चाहिए। आइए जानते हैं कि अस्थमा के मरीज़ पटाखों के धुएं से कैसे अपनी हिफ़ाज़त करें।
मास्क जरूर लगाएं:
दिवाली सेलिब्रेट कीजिए लेकिन अपना बचाव भी कीजिए। इन दिनों प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है उसके साथ ही पटाखों का धुआ भी आपको परेशान कर सकता है, ऐसे में आप ज्यादा से ज्यादा समय मास्क लगाएं। मास्क कोरोना से बचाव करेगा साथ ही आपकी प्रदूषण से हिफ़ाज़त भी करेगा।
दिवाली पर सफाई के दौरान खुद को दूर रखें:
अगर आपको अस्थमा है तो ऐसे में आप दिवाली में होने वाली सफाई से खुद को दूर रखें। सफाई के दौरान निकलने वाली धूल-मिट्टी अस्थमा के मरीजों को बहुत परेशानी कर सकती है।
ज्यादा बाहर नहीं रहें:
दिवाली पर पटाखे जलाने से धुआ और प्रदूषण का स्तर बढ़ने लगता है इसलिए आप घर से बाहर निकलने से परहेज़ करें। अगर आप घर से बाहर निकलना चाहते हैं तो चेहरे पर मास्क लगाकर या रुमाल ढककर ही घर से बाहर जाएं ताकि धुआ आपकी सांसों के साथ अंदर नहीं जाएं।
इंहेलर जरूर रखें साथ:
अस्थमा के मरीज़ अगर इंहेलर का इस्तेमाल करते हैं तो इस दौरान हर वक्त इसे अपने साथ रखें। धुएं और प्रदूषण में आपको कभी भी इंहेलर की जरूरत हो सकती है। समय पर दवा का सेवन करें।
भाप जरूर लें:
पटाखों का धुआ सांस के मरीज़ों की परेशानी बढ़ा सकता है, इसलिए ऐसे लोग रोज़ाना गर्म पानी की भांप लें। भांप लेने से आपके फेफड़े खुलेंगे और आपको सांस लेने में मदद मिलेगी। अगर भांप नहीं ले पा रहे हैं तो गर्म पानी की बोतल से सीने और पीठ की सिकाई करें।