Stress Management: कोरोना महामारी के दौरान इन तरीकों से बनाएं तनाव से दूरी
Stress Management यूं तो मनुष्य का उदास या निराश होना स्वाभाविक है लेकिन जब ये एहसास काफी लंबे समय तक बना रहे तो समझ जाइए कि वो तनाव की स्थिति में है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Stress Management: भागती-दौड़ती ज़िंदगी में अचानक लगे इस ब्रेक और कोरोना वायरस के डर ने लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव डालना शुरू कर दिया है। लोगों को परेशान करने वालीं तीन वजहे हैं। एक तो कोरोना वायरस से संक्रमित होने का डर, दूसरा नौकरी और कारोबार लेकर अनिश्चितता और तीसरा लॉकडाउन के कारण आया अकेलापन। लोगों की मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ गई हैं। जिन्हें पहले से ही तनाव, निराशा, हताशा जैसी दिक्कते थीं उनमें इजाफ़ा हो गया है।
यूं तो मनुष्य का उदास या निराश होना स्वाभाविक है, लेकिन जब ये एहसास काफी लंबे समय तक बना रहे तो समझ जाइए कि वो तनाव की स्थिति में है। यह एक ऐसा मानसिक विकार है, जिसमें व्यक्ति को कुछ भी अच्छा नहीं लगता। उसे अपना जीवन नीरस, खाली-खाली और दुखों से भरा लगता है। प्रत्येक व्यक्ति को अलग-अलग कारणों से तनाव हो सकता है। किसी बात या काम का अत्यधिक दवाब लेने से यह समस्या पैदा हो जाती है।
तनाव दूर करने के उपाय
1. तनाव से निजात पाने के लिए सबसे पहले अपनी जीवनशैली में बदलाव लाएं।
2. मेडिटेशन और योग करें। यह मानसिक और शारीरिक रूप से भी आपको पूरी तरह स्वस्थ रखेगा।
3. खुशमिजाज़ और सकारात्मक सोच वाले लोगों के साथ रहें। नकारात्मक लोगों के साथ उठने-बैठने से बचें, क्योंकि उससे आप भी नकारात्मक हो सकते हैं।
4. भरपूर नींद लें, लेकिन ज़रूरत से ज़्यादा न सोएं। सोने और सुबह उठने का एक समय निश्चित करें।
5. बेवजह की बातों पर सोच-विचार या बहस न करें। इससे तनाव और भी बढ़ जाता है।
6. अपनी परेशानियों को दोस्तों और परिवार के साथ साझा करें। इससे आपकी तकलीफें कम होंगी।
7. शारीरिक क्षमता से अधिक काम बिल्कुल भी न करें। घंटों काम में लगे रहने से तनाव की स्थिति पैदा होती है।
8. समस्याओं के बारे में सोचने के बजाय उनका समाधान निकालने की कोशिश करें।
9. ख़ुद को मानसिक रूप से मज़बूत करना ज़रूरी है। आपको ध्यान रखना है कि सबकुछ फिर से ठीक होगा और पूरी दुनिया इस कोशिश में जुटी हुई है। बस धैर्य के साथ इंतज़ार करें।
10. घर से बाहर तो नहीं निकल सकते लेकिन, छत पर, खिड़की पर, बालकनी या घर के बगीचे में आकर खड़े हों। सूरज की रोशनी से भी हमें अच्छा महसूस होता है।
11. अपनी दिनचर्या को बनाए रखें। इससे हमें एक उद्देश्य मिलता है और सामान्य महसूस होता है। हमेशा की तरह समय पर सोना, जागना, खाना-पीना और व्यायाम करें।
12. एक महत्वपूर्ण तरीक़ा ये है कि इस समय का इस्तेमाल अपनी हॉबी पूरी करने में करें। वो मनपसंद काम जो समय न मिलने के कारण आप ना कर पाए हों। इससे आपको बेहद ख़ुशी मिलेगी जैसे कोई अधूरी इच्छा पूरी हो गई है।
- डॉ. आरती दहिया
रेलेशन्शिप एक्स्पर्ट एंड हेल्थ अड्वाइज़र
फाउंडर ऑफ नियती By Aarti