हेल्दी और हैप्पी रहने के लिए बच्चों से लेकर बड़े-बूढ़ों तक के लिए कैसी डाइट लेना है सही, जानें यहां
स्वस्थ रहना हमारे आपके हाथ में ही है। अगर हम स्वस्थ रहेंगे तभी अपने जीवन का भरपूर आनंद उठा सकते हैं। तो बच्चों से लेकर बड़े-बूढ़ों तक के लिए कैसी डाइट रहेगी सही जानना है जरूरी।
स्वस्थ रहना मुश्किल नहीं है, लेकिन लोग खानपान की गलत आदतों, तनाव और आलस्य के कारण इसे मुश्किल बना देते हैं। अगर आप स्वस्थ होंगे तो न सिर्फ कई बीमारियां आपसे दूर रहेंगी, बल्कि आप आकर्षक और युवा भी नजर आएंगे।
सेहतमंद रहें बच्चे
छोटे बच्चे सेहतमंद रहें। इसकी पूरी जिम्मेदारी माता-पिता पर ही होती है। बच्चों की सेहत दुरुस्त रखने के लिए उन्हें फास्ट फूड और ज्यादा फैट वाली चीज़ों की जगह घर का बना ताजा खाना ही खिलाएं। अंकुरित अनाज को शामिल करें। जिसे शरीर आसानी से पचा लेता है। बच्चों के भोजन में एक तिहाई फल और सब्जियां तथा दो तिहाई अनाज होना चाहिए। बच्चों के बेहतर विकास के लिए इनडोर गेम्स खेलने की बजाय आउटडोर गेम्स खेलना ही फायदेमंद होता है।
किशोरावस्था में अधिक ख्याल
किशोरावस्था बचपन और युवावस्था के बीच की अवस्था होती है। इसे शारीरिक और भावनात्मक दोनों ही रूप से सबसे नाजुक दौर माना जाता है। इस दौरान लड़के और लड़कियों दोनों के शरीर में कुछ हार्मोनल बदलाव शुरू हो जाते हैं। ऐसे में कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं भी उत्पन्न होना शुरू हो जाती हैं। वैसे तो हर उम्र में अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना चाहिए, लेकिन आप किशोरों में अच्छी आदतें जितनी जल्दी विकसित करें, उतना ही अच्छा रहता है। इसके लिए उन्हें नियमित रूप से एक्सरसाइज और योग करने की आदत डलवाएं। प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ, जैसे दूध, अंकुरित अनाज, सूखे मेवे भी दें ताकि उनका शारीरिक विकास ठीक से हो सके। उचित मात्रा में फैट का सेवन भी इस उम्र में जरूरी है। इसके अलावा बच्चों को दस से बारह गिलास पानी पीने के लिए कहें जिससे शरीर में मौजूद हानिकारक तत्व आसानी से बाहर निकल सकें। उन्हें आराम करने के लिए कहें ताकि भोजन ठीक से पच सके।
सेहतमंद युवावस्था
सेहतमंद युवावस्था जीवन का सबसे महत्वपूर्ण दौर होता है। युवाओं के लिए जरूरी है कि वे बहुत देर तक कंप्यूटर पर टकटकी लगाकर न देखें, थोड़ी-थोड़ी देर में पलकों को झपकाते रहें। कुर्सी पर बैठे तो पांवों को जमीन पर टिकाए रहें। एक्सरसाइज नियमित रूप से करें। यह न सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य के लिए, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बहुत जरूरी है। अक्सर पाया गया है कि कई युवतियों में उम्र के इस दौर में हार्मोन असंतुलन और एनीमिया की समस्या भी हो जाती है। इनसे बचने के लिए संतुलित और पौष्टिक भोजन खाएं, भरपूर नींद लें और तनाव से दूर रहें। लाइफस्टाइल से जुड़ी गलत आदतों से बचें, जैसे पान मसाला खाना, धूमपान आदि।
बड़ी उम्र हो आनंददायक
उम्र बढ़ने के साथ कई बार अपनों को खोने का दुख, रिटायरमेंट और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं व्यक्ति को अवसादग्रस्त व चिड़चिड़ा बना देती हैं। इसके लिए जरूरी है कि आप शारीरिक सक्रियता बनाए रखें। सुबह-शाम टहलें। पौष्टिक और सुपाच्य भोजन करें। साल में कम से कम एक बार अपना हेल्थ चेकअप जरूर करवाएं।
डॉ. शिप्रा माथुरसीनियर न्यूट्रीशनिस्ट एवं वेट मैनेजमेंट कंसल्टेंट