डाइट में अलग-अलग तरह के फ्रूट्स को शामिल कर गर्मियों में रहें फिट और फ्रेश
अच्छी सेहत बरकरार रखने में फलों का कोई जवाब नहीं है। फल जहां आपको बीमारियों से बचाते हैं वहीं आपके शरीर को अंदरूनी ताकत भी प्रदान करते हैं। तो कौन से फलों का करें सेवन जानेंगे आज
फलों में पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हम सभी के अच्छे स्वास्थ्य का आधार हैं। तभी तो डॉक्टर और डाइटीशियन लोगों को फलों के संदर्भ में परामर्श देते हैं। कई आहार संबंधी गाइडलाइंस का निर्देश यह है कि आपकी खाने की प्लेट का आधा हिस्सा फलों और सलाद से पूर्ण होना चाहिए। सेहत के रखवाले फाइबर से परिपूर्ण फल कार्डियोवैस्कुलर (हृदय और रक्त वाहिनियों से संबंधित) रोगों, डायबिटीज और मोटापे के जोखिम को कम करते हैं। फलों में इलेक्ट्रोलाइट्स जैसे पोटेशियम के अतिरिक्त फाइटोकेमिकल्स विशेषकर एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटीइनफ्लेमेटरी और अन्य सुरक्षात्मक तत्व होते हैं, जो बीमारियों से आपका बचाव करते हैं।
एंटीऑक्सीडेंट्स (रोग रक्षक और जीवन रक्षक तत्व) कोशिका को हुई क्षति को रोकने में मदद करत हैं।
डायबिटीज वाले भी खाएं फल
इतने फायदे होते हुए भी अगर आपको डायबिटीज है, तो शायद आपने फलों का सेवन कम करने या उन्हें न लेने की कोशिश तो अवश्य की होगी, क्योंकि 'फल में चीनी अधिक है या फल मीठे हैं।' आप सोचते होंगे कि फल खाने से आपकी रक्त शर्करा या ब्लड शुगर बढ़ सकती है। गर्मियों में जब आम, लीची, तरबूज जैसे मीठे फल उपलब्ध होते हैं, तो डायबिटीज वालों की दुविधा बढ़ सकती है। डायबिटीज के साथ जीवन जी रहे लोगों के लिए यह जानना आवश्यक है कि फल डायबिटीज वालों के लिए प्रतिबंधित नही हैं। जहां फल अपनी मिठास से लुभाते हैं, वहीं फल हाई ब्लड प्रेशर और हृदय रोग से बचाव भी करते हैं।
फाइबर और कार्बोहाइड्रेट का मेल
हालांकि फलों में कार्बोहाइड्रेट होता है, परंतु साथ ही साथ फलों में फाइबर भी है। फलों में पाए जाने वाला कार्बोहाइड्रेट डिब्बाबंद और रिफाइंड पदार्थो में पाए जाने वाले कार्बोहाइड्रेट के समान ब्लड शुगर नहीं बढ़ाता। फलों का फाइबर आपकी भूख भी कम करता है और वजन घटाने में मदद करता है।
यह जानना जरूरी है कि फल आप कितनी मात्रा में खा सकते हैं, क्योंकि अनाज की तरह फल में भी कार्बोहाइड्रेट है और डायबिटीज वाले सभी लोगों को कार्बोहाइड्रेट निश्चित मात्रा में ही खाना चाहिए।
फल की एक सर्विग में 15 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होना चाहिए। अगर आप कम कार्बोहाइड्रेट वाले फल खा रहे हैं जैसे स्ट्रॉबेरी, आड़ू, जामुन और टमाटर तो आप अधिक खा सकते हैं।
स्ट्रॉबेरी: स्ट्रॉबेरी में पालीफेनोल है, जो कार्बोहाइड्रेट के पाचन को धीमा कर सकता है, जिससे ब्लड शुगर को सामान्य करने के लिए कम इंसुलिन की आवश्यकता होती है। आप लगभग 1 कप स्ट्रॉबेरी एक वक्त की सर्विंग में खा सकते हैं।
केला: एक मध्यम आकार का केला भी 15 ग्राम कार्बोहाइड्रेट ही प्रदान करता है। केला पोटैशियम और मैग्नीशियम का अच्छा स्रोत है, जो आपके ब्लड प्रेशर को नियंत्रण में रखने में भी मदद करता है। आप आधा कप छोटा टुकड़ा किया हुआ आम, या तिहाई कप चीकू या अनानास भी खा सकते हैं। इन फलों को खाना खाने के तुरंत बाद न खाएं कुछ अंतराल जरूर दें।
पूरा फल खाना बेहतर
फलों का रस निकालने से हम फाइबर हटा देते हैं और फाइबर के बगैर फल का शुगर तेजी से अवशोषित होता है, जिससे ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है। रस के विपरीत पूरा फल खाना बेहतर है।
तरबूज से मिले तरावट
तरबूज में 90 से 95% तक पानी होता है। तरबूज वजन को कम करने में सहायक है। इस फल में एंटीऑक्सीडेंट लाइकोपिन पाया जाता है। इस प्रकार यह फल सूर्य की किरणों और गर्मी से होने वाले नुकसान से हमारे शरीर को बचाता है। इसमें पोटैशियम, विटामिन ए और फाइबर भी पाया जाता है।
नारियल पानी से मिले राहत
यह कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है और शरीर को ठंडक प्रदान करता है। नारियल पानी में इलेक्ट्रोलाइट पाए जाते हैं जो शरीर को डीहाइड्रेशन (शरीर में पानी की कमी होना) से बचाते हैं।
खीरा में है माइक्रोन्यूट्रीएंट्स
गर्मियों में यह फल शरीर में पानी की कमी नहीं होने देता। चूंकि इसमें पर्याप्त मात्रा में पानी और फाइबर पाया जाता है। खीरे में माइक्रोन्यूट्रीएंट्स भी पाए जाते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं।
फलों का राजा आम
इसे फलों का राजा कहते हैं। इसमें विटामिन सी और विटामिन ए पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। इसके अलावा आम में कई अन्य पोषक तत्व भी पाए जाते हैं।
अनन्नास
इसमें कई पोषक तत्व जैसे विटामिन्स और मिनरल्स पाए जाते हैं। अनन्नास में फाइबर भी पर्याप्त मात्रा में मिलता है। शरीर में किसी भी प्रकार के घाव को भरने में यह मदद करता है और शरीर के रोग प्रतिरोधक तंत्र को सशक्त बनाता है।
सब्जियां
हरे पत्तेदार सब्जियों जैसे पालक आदि में विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं। पालक में आयरन भी पाया जाता है। हरी पत्तेदार सब्जियों में केरोटेनाइड नामक तत्व पाया जाता है जो गर्मी के दुष्प्रभाव से आपकी त्वचा की रक्षा करता है।
भिंडी में अनेक पोषक तत्व पाए जाते हैं। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के अनुसार भिंडी में पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व होते हैं। इसमें फाइबर भी बड़े पैमाने पर पाया जाता है। लौकी में मैग्नेशियम, कैल्शियम और विटामिन ए और सी पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। यह सब्जी एक सुपर फूड है। लौकी का इस्तेमाल आप जूस, सब्जी और सूप के रूप में कर सकते हैं। इसके सेवन से शरीर की गर्मी शांत होती है। और पेट में बनने वाली गैस से भी राहत प्रदान मिलती है।