Move to Jagran APP

प्रणायाम से लेकर नस्य चिकित्सा तक, इन 5 आयुर्वेदिक तरीकों से बनाएं अपनी इम्यूनिटी को मज़बूत

हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली जो एक प्राकृतिक रक्षा प्रणाली के रूप में कार्य करती है हमें वायरल रोगों सहित संक्रमण के जोखिम को कम करने वाले विदेशी रोगजनकों से बचाती है। तो आइए जानें कि आप किन-किन तरीकों से अपनी इम्यूनिटी को मज़बूती दे सकते हैं।

By Ruhee ParvezEdited By: Published: Tue, 18 Jan 2022 08:00 AM (IST)Updated: Tue, 18 Jan 2022 08:16 AM (IST)
प्रणायाम से लेकर नस्य चिकित्सा तक, इन 5 आयुर्वेदिक तरीकों से बनाएं अपनी इम्यूनिटी को मज़बूत
प्रणायाम से लेकर नस्य चिकित्सा तक, इन 5 आयुर्वेदिक तरीकों से बनाएं अपनी इम्यूनिटी को मज़बूत

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। संक्रमण से दूर रहने के लिए एक मज़बूत इम्यून सिस्टम होना बेहद ज़रूरी है। अपने इम्यून सिस्टम को मज़बूत रखना कोविड महामारी के इस समय में और भी ज़रूरी हो गया है। हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली, जो एक प्राकृतिक रक्षा प्रणाली के रूप में कार्य करती है, हमें वायरल रोगों सहित संक्रमण के जोखिम को कम करने वाले विदेशी रोगजनकों से बचाती है। तो आइए जानें कि आप किन-किन तरीकों से अपनी इम्यूनिटी को मज़बूती दे सकते हैं।

loksabha election banner

गोल्डन दूध

हल्दी पाउडर या कच्ची हल्दी के साथ उबला हुआ एक कप दूध न सिर्फ आपको बेहतर नींद में मदद करता है बल्कि आपकी प्रतिरक्षा के लिए भी अद्भुत काम करता है। इसे हर रात सोने से पहले पीने से थकान कम हो सकती है, गले की खुजली शांत हो सकती है और संक्रमण पैदा करने वाले विदेशी रोगजनक मर सकते हैं।

नस्य चिकित्सा

नस्य चिकित्सा एक सरल तकनीक है जिसमें संक्रमण पैदा करने वाले वायरस और बैक्टीरिया के प्रवेश को रोकने के लिए अपने नथुने में घी, तिल के तेल या नारियल के तेल की कुछ बूंदें लगाई जाती हैं। यह थेरेपी नाक की रुकावट को दूर करने के लिए व्यापक रूप से सुझाया गया आयुर्वेदिक उपाय है। घर से बाहर निकलने से पहले या फिर नहाने से ठीक पहले तेल लगाने का सबसे अच्छा समय है। आपको बस तेल की कुछ बूंदे अपने नथुनों में लगाना है और कुछ देर लेटना है।

गर्म पानी के साथ च्यवनप्राश

सर्दियों में संक्रमण का ख़तरा सबसे ज़्यादा होता है और कोविड के बढ़ते मामलों के साथ दोहरे संक्रमण का ख़तरा भी हो जाता है। इस मौसम में इम्युनिटी बढ़ाने के लिए गर्म पानी के साथ च्यवनप्राश से बेहतर कुछ नहीं हो सकता। च्यवनप्राश कई तरह की जड़ी-बूटियों और जड़ों से बनाया जाता है जो आपको अंदर से गर्म रख सकते हैं और संक्रमण के खतरे को कम कर सकते हैं।

प्रणायाम

सर्दी, फ्लू और कोविड ऊपरी श्वसन प्रणाली के संक्रमण का कारण बनता है। इन बीमारियों का कारण बनने वाला वायरस आपके फेफड़ों पर हमला करता है और संक्रमण की ओर ले जाता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए इस मौसम में अपने श्वसन तंत्र को मज़बूत करने के लिए प्राणायाम का अभ्यास करना सबसे अच्छा है।

कपालभाति और भस्त्रिका सांस से जुड़े दो ऐसे व्यायाम हैं, जो आप फेफड़ों को शुद्ध करने के साथ आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मददगार साबित होते हैं।

हर्बल टी

अपनी रेगुलर चाय या कॉफी की जगह हर्बल चाय पिएं, जिसमें औषधियां और मसाले हों। औषधियां और मसाले एंटी-इंफ्लामेटरी और एंटीऑक्सीडेंट्स गुणों से भरपूर होती हैं। यह आपके इम्यून सिस्टम को बढ़ावा देने के साथ, शरीर की सूजन को कम करते हैं और सर्दी-फ्लू से बचाते हैं। तुलसी, लौंग, अदरक, इलायची, औषधियां और मसालों से बनी चाय आप दिन में दो बार पी सकते हैं।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.