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Kalonji Benefits: डायबिटीज़ से लेकर पेट की चर्बी तक कम करती है कलौंजी, जानिए इसके अद्भुत फायदे

Kalonji Benefits कलौंजी के सेहत से जुड़े कई फायदे होते हैं। इससे आप डायबिटीज़ से लेकर अस्थमा जैसी परेशानी दूर कर सकते हैं और पेट की चर्बी भी कम कर सकते हैं।

By Ruhee ParvezEdited By: Published: Fri, 11 Sep 2020 04:38 PM (IST)Updated: Fri, 11 Sep 2020 07:47 PM (IST)
Kalonji Benefits: डायबिटीज़ से लेकर पेट की चर्बी तक कम करती है कलौंजी, जानिए इसके अद्भुत फायदे
Kalonji Benefits: डायबिटीज़ से लेकर पेट की चर्बी तक कम करती है कलौंजी, जानिए इसके अद्भुत फायदे

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Kalonji Benefits: भारतीय किचन में ऐसे कई मसाले मिल जाते हैं, जो खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ हमारी सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद होते हैं। इन मसालों का इस्तेमाल कर आप कई बीमारियों को दूर रख सकते हैं। इनकी सबसे अच्छी बात यही है कि इसके लिए आपको एक्सट्रा पैसा खर्च नहीं करना पड़ता और ये आपके किचन में आसानी से मिल जाते हैं। इन्हीं मसालों में से एक है कलौंजी।

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कलौंजी को आम भाषा में मंगरेला कहते हैं। कलौंजी का इस्तेमाल अकसर कचौड़ी और समोसे में किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये छोटे-छोटे काले दाने आपकी सेहत के लिए कितने अच्छे हैं? अगर नहीं, तो आज हम बताते हैं। कलौंजी में काफी मात्रा में फाइबर समेत विटामिन, अमिनो एसिड, फैटी एसिड, आयरन और कई तत्व मौजूद होते हैं। ये सब आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। आज हम बता रहे हैं कलौंजी के सेहत से जुड़े फायदों के बारे में।

1. कलौंजी में मौजूद फाइबर आपके वज़न को कंट्रोल में रखता है। साथ ही पेट की चर्बी भी घटाता है। इसके लिए हर रोज़ सुबह पहले एक कप गर्म पानी में नींबू का रस निचोड़कर पिएं। इसके बाद 3-5 कलौंजी के बीच लें और गर्म पानी के साथ खाएं। आखिर में एक छोटा चम्मच शहद खाएं।

2. डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए कलौंजी का इस्तेमाल किसी वरदान से कम नहीं है। इसके नियमित सेवन से शरीर में बढ़ा हुआ ग्लूकोज़ स्तर कंट्रोल होता है। रोज़ाना सुबह आधा छोटा चम्मच कलौंजी के तेल को एक कप ब्लैक-टी में मिलाकर पिएं। इसके अलावा आप गुनगुने पानी के साथ भी हर सुबह कलौंजी के बीज का सेवन कर सकते हैं।

3. कलौंजी का तेल जोड़ों के दर्द और सिरदर्द में तेज़ी से आराम पहुंचाता है। इसके लिए कलौंजी का तेल लें और अच्छी तरह सिर या जोड़ों पर लागकर मालिश करें। बेहतर रिज़ल्ट के लिए आप इसे सरसों के तेल के साथ मिलाकर इस्तेमाल करें। इसे नेचुरल पेनकिलर भी कहा जाता है।

4. कलौंजी में मौजूद थाइमोक्विनोन अस्थमा की परेशानी दूर करने में कारगर होता है। एक कप गर्म पानी में एक चम्मच शहद और आधा चम्मच कलौंजी का तेल मिलाकर सुबह और शाम खाने से पहले पिएं। करीब एक महीने तक इसे रोज़ दो बार इस्तेमाल करें।

5. सर्दी-जुकाम में कलौंजी का काढ़ा बनाकर इसे काले नमक के साथ मिलाकर पीने से आराम पहुंचता है। वहीं, इसके तेल से सिर की नियमित मालिश कर गंजेपन की परेशानी भी दूर हो सकती है।

Disclaimer: लेख में दिए गए सुझाव और टिप्स सिर्फ सामान्य जानकारी के उद्देश्य के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। अपनी डाइट में किसी भी तरह के बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर या आहार विशेषज्ञ से ज़रूर सलाह लें।


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