अस्थमा से लेकर हाइपरटेंशन तक, इन बीमारियों में रामबाण दवा है हींग
हींग एक वनस्पति है। इसमें एंटीऑक्सिडेंट एंटीवायरल एंटिफंगल कैंसर केमोप्रिवेंटिव एंटीडायबिटिक एंटीस्पास्मोडिक हाइपोटेंसिव और मोलस्किसाइडल आदि के गुण पाए जाते हैं जो अस्थमा ब्रोंकाइटिस और उच्च रक्तचाप में फायदेमंद होते हैं। साथ ही पाचन तंत्र भी मजबूत होता है। पेट संबंधी विकारों को दूर करने में हींग कारगर है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। आजकल उच्च रक्तचाप सामान्य समस्या हो गई है। यह बीमारी धमनियों में रक्त के दबाव बढ़ने से होती है। इस स्थिति में दिल को अधिक कार्य करना पड़ता है। इसके चलते व्यक्ति को सांस लेने में अधिक तकलीफ होती है। साथ ही बेचैनी भी रहती है। इसके अलावा, उच्च रक्तचाप के मरीजों को सीने में दर्द, थकान, सुस्ती, धुंधला दिखना, धड़कन तेज चलना आदि चीजों की भी परेशानी होती है। डॉक्टर हमेशा 30 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुष और महिला दोनों को ब्लड प्रेशर जांच कराने की सलाह देते हैं। अगर आप भी उच्च रक्तचाप के मरीज हैं और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करना चाहते हैं, तो हींग का जरूर इस्तेमाल करें। कई शोधों से पता चला है कि हींग उच्च रक्तचाप में दवा समान है। इसके अलावा, अस्थमा और सांस संबंधी बीमारियों में फायदेमंद है। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
हींग
हींग एक वनस्पति है। इसमें एंटीऑक्सिडेंट, एंटीवायरल, एंटिफंगल, कैंसर केमोप्रिवेंटिव, एंटीडायबिटिक, एंटीस्पास्मोडिक, हाइपोटेंसिव और मोलस्किसाइडल आदि के गुण पाए जाते हैं, जो अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और उच्च रक्तचाप में फायदेमंद होते हैं। साथ ही पाचन तंत्र भी मजबूत होता है। पेट संबंधी विकारों को दूर करने में हींग कारगर है।
कैसे करें सेवन
उच्च रक्तचाप के मरीज रोजाना सुबह में एक गिलास पानी में एक चम्मच हींग पाउडर, एक चम्मच सोंठ पाउडर और शहद मिलाकर सेवन करें। इससे उच्च रक्तचाप में आराम मिलता है। आप चाहे तो रात में सोने से पहले भी हींग का सेवन कर सकते हैं। इसके लिए बराबर मात्रा में हींग और अजवाइन लें। वहीं, सेंधा नमक स्वादानुसार लें। अब तीनों को मिलाकर सेवन करें। इससे उच्च रक्तचाप कंट्रोल में रहता है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।