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अच्छी सेहत और कब्ज से राहत के लिए, फाइबर युक्त चीजों को करें डाइट में शामिल

पेट संबंधी समस्याओं को दूर करने और सेहतमंद बने रहने के लिए अच्छी डाइट लेना है बहुत जरूरी खासतौर से फाइबर युक्त चीजें। तो क्या है फाइबर और किन चीजों में पाया जाता है यह जानेंगे।

By Priyanka SinghEdited By: Published: Thu, 30 Jan 2020 12:11 PM (IST)Updated: Thu, 30 Jan 2020 12:11 PM (IST)
अच्छी सेहत और कब्ज से राहत के लिए, फाइबर युक्त चीजों को करें डाइट में शामिल
अच्छी सेहत और कब्ज से राहत के लिए, फाइबर युक्त चीजों को करें डाइट में शामिल

अक्सर हम लोगों से सुनते हैं कि अच्छी सेहत और पाचन संबंधी गड़बड़ियों से बचने के लिए हमें फाइबर युक्त चीजों का सेवन करना चाहिए, लेकिन इससे पहले यह जान लेना बहुत जरूरी है कि फाइबर है क्या और इसका सेवन किस तरह फायदेमंद होता है?

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क्या है फाइबर

दरअसल फाइबर कार्बोहाइड्रेट का एक ऐसा प्रकार है, जो प्रायः पौधों की पत्तियों, तने और जड़ों में पाया जाता है। इसके अलावा चोकर, साबुत अनाजों और बींस प्रजाति की सब्जियों में भी फाइबर मौजूद होता है।

दो तरह के फाइबर

मूलतः फाइबर दो प्रकार के होते हैं, जो शरीर के लिए अलग तरह से काम करते हैं। पहले तरह का अघुलनशील फाइबर चोकर, मूंगफली, सूखे मेवों और पत्तेदार हरी सब्जियों में पाया जाता है। इसकी बनावट मोटी और खुरदरी होती, इसलिए यह पानी में नहीं घुल पाता और पाचन क्रिया के अंत तक साबुत रहता है। यह उत्सर्जन प्रक्रिया द्वारा शरीर से बाहर निकल जाता है और कब्ज दूर करने में सहायक होता है।

घुलनशील फाइबर मुख्यतः ओट, बींस, सेब, केला, पपीता, संतरा, अमरूद जैसे गूदेदार और रेशेदार फलों में भी पाया जाता है। घुलनशील फाइबर का सेवन धीरे-धीरे शरीर के एलडीएल यानि नुकसानदेह कोलेस्ट्राल को भी नियंत्रित करता है।

कम कैलोरी होती है

फाइबर की संरचना शुगर के कणों से होती है। ये कण रासायनिक संरचना के कारण एक-दूसरे से मजबूती से जुड़े होते हैं। हमारी आंतों के लिए इन्हें तोड़ पाना संभव नहीं होता। घुलनशील फाइबर के कण हमारी आंतों में पहुंचने के बाद फैटी एसिड्स में बदल जाते हैं। जिनसे शरीर को सीमित मात्रा में कैलोरी मिलती है। एक ग्राम घुलनशील फाइबर के सेवन से 4 ग्राम कैलोरी बनती है। लेकिन अघुलनशील फाइबर में कोई कैलोरी नहीं होती।

वजन कम करने में सहायक

फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों में मौजूद पोषक तत्वों को आंतों तक पहुंचाने में हमें ज्यादा मेहनत के साथ चबाने की जरूरत होती है इसलिए थोड़ी सी भी मात्रा में ऐसी चीज़ें खाने पर ऐसा महसूस होता है कि पेट भर गया है। कुछ फाइबर्स ऐसे होते हैं जो आंतों में भूख को दबाने वाले हार्मोन का निर्माण करते हैं।

अति सुपाच्य है यह

फाइबर युक्त चीजें बेहद सुपाच्य होती हैं। बस आपको थोड़ी सजगता बरतने की जरूरत है। इसके लिए डिब्बाबंद खानपान की जगह प्राकृतिक साबुत अनाज, स्प्राउट्स आदि का सेवन करें। फाइबर ब्लड में शुगर के अवशोषण की प्रक्रिया को धीमा कर देता है। ब्लड शुगर के लेवल को संतुलित रखने के लिए जरूरी है कि आप कार्बोहाइड्रेट के साथ समान मात्रा में फाइबर यानि रोटी-चावल के साथ दालों और सब्जियों का भी सेवन करें।  


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