मादा मच्छर के काटने से ही होती हैं बीमारियां, जानें- आखिर उसके लिए क्यों जरूरी है इंसानी खून
मादा मच्छर एक बार में 500 से ज्यादा अंडे दे सकते हैं। मादा मच्छर अपने एक बार के डंक से कम से कम 0.001 मिलीलीटर से लेकर 0.1 मिलीलीटर तक खून चूस लेते हैं।
मच्छरों के काटने से कई तरह की बीमारियां इंसान को घेर लेती हैं, जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया और जीका वायरस। ये मच्छर शरीर पर डंक मारकर अपना कीटाणुयुक्त सलाइवा इंसान के शरीर में डाल देते हैं, जिससे कई बीमारियां हो जाती हैं। लेकिन क्या आपको ये बात पता है कि इंसान को नर नहीं, बल्कि मादा मच्छर काटता है। वो भी इसलिए, क्योंकि उसे इंसान के खून की जरूरत होती है। दरअसल मादा मच्छरों को खून की आवश्यकता इसलिए होती है, ताकि वे नए बच्चे पैदा कर सकें। ऐसा कहा जाता है कि मच्छरों को अंडे देने के लिए प्रोटीन की जरूरत होती है, जो उन्हें खून से मिलता है। इसलिए बिना इंसानी खून को चूसे मच्छर बच्चे पैदा नहीं कर सकते हैं।
वहीं, मादा मच्छर के जीवनकाल की बात करें तो वे करीब दो महीने तक ही जीवित रह सकते हैं, जबकि नर मच्छर करीब 15 दिनों तक जीवित रह सकते हैं। मादा मच्छर एक बार में 500 से ज्यादा अंडे दे सकते हैं। मादा मच्छर अपने एक बार के डंक से कम से कम 0.001 मिलीलीटर से लेकर 0.1 मिलीलीटर तक खून चूस लेते हैं। ये मच्छर कई बार तो उस इंसान को भी काटने लगते हैं, जिसने पूरे कपड़े पहने हों। आपने भी ऐसा कई बार महसूस किया होगा, जब पूरे कपड़े पहनने के बाद भी मच्छर काटते हैं। मच्छरों का काटना कितना खतरनाक होता है, ये उनके काटने के बाद त्वचा पर पड़े निशान से पता चल जाता है। जब त्वचा लाल रंग की हो जाती है और उसपर असहनीय खुजली होने लगती है।
मच्छरों पर किए गए शोध बताते हैं कि दुनियाभर में इनकी साढ़े तीन हजार से भी अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं। इनमें से अधिकतर नस्लें वो होती हैं, जो इंसानों को बिल्कुल भी परेशान नहीं करतीं। ये जीवित रहने के लिए फलों और पौधों के रस पर निर्भर रहती हैं। मादा मच्छरों से जुड़ी एक दिलचस्प बात ये भी है कि ये हर तीन दिन में अंडे देते हैं। इसलिए मच्छरों को लेकर कहा जाता है कि अगर ये कभी भी दिखाई दें, तभी इन्हें भगाने के लिए तुरंत उपाय किए जाने चाहिए। नहीं तो इनकी संख्या जितनी तेजी से बढ़ती है, उतनी ही तेजी से ये इंसानों के लिए खतरा उत्पन्न करते हैं। ये खतरा कई बार इतना गंभीर हो जाता है कि अगर वक्त पर ध्यान ना दिया जाए तो इंसान की मौत तक हो जाती है। इसलिए वक्त रहते इस दिशा में कदम उठाना ही बेहतर माना जाता है।