क्या टमाटर खाने से किडनी में पथरी हो सकती है? जानें-क्या है सच्चाई
आपको टमाटर खाना पसंद है तो शौक से खाइए। टमाटर की वजह से किडनी में स्टोन होता है ये एक मिथक है। टमाटर में ऑक्सालेट काफी कम होता है जिससे किडनी में स्टोन नहीं बन सकता।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। लाल टमाटर देखने में जितना सुंदर दिखता है, खाने में उतना ही स्वादिष्ट भी होता है। टमाटर भारतीय खाने का अहम हिस्सा है, जो खाने को अलग ही स्वाद देता है। टमाटर ना सिर्फ अपने स्वाद के लिए जाना जाता है, बल्कि इसमें पर्याप्त पोषक तत्व भी होते हैं। विटामिन सी, विटामिन ए, पोटेशियम, फाइबर और प्रोटीन से भरपूर यह लाल सिट्रिक फल सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है।
टमाटर आपकी आंखों और शुगर के मरीजों के लिए भी फायदेमंद है। ये प्रोस्टेट कैंसर का खतरा भी कम करता है, साथ ही स्किन को सन डैमेज से भी बचाता है। क्या यह वास्तव में संभव है कि एक फल जिसके इतने ज्यादा फायदे हैं, वह किसी अन्य बीमारी का कारण भी बन सकता है? आइए जानें कि सच्चाई क्या है-
किडनी की पथरी कई प्रकार की होती है और सबसे आम है कैल्शियम की पथरी। हमारी किडनी में बड़ी मात्रा में कैल्शियम ऑक्सालेट के जमाव के कारण ये पथरी बनती हैं। ऑक्सालेट एक प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला पदार्थ है, जो विभिन्न प्रकार की सब्जियों और फलों में पाया जाता है। हमारी हड्डियां और मांसपेशियां रक्त से कैल्शियम को अवशोषित करती हैं, लेकिन जब रक्त में इस पोषक तत्व की मात्रा अधिक हो जाती है, तो ये मूत्र के साथ बाहर निकल जाता है। कुछ समय बाद किडनी शरीर से अतिरिक्त कैल्शियम को बाहर निकालने में सक्षम नहीं होती, और धीरे-धीरे ये कैल्शियम जमा होने लगता है और एक पत्थर का आकार ले लेता है। टमाटर में उच्च मात्रा में ऑक्सालेट होता है और इसलिए इसे किडनी स्टोन के निर्माण से जोड़ा जाता है।
आपको खाने में टमाटर खाना पसंद है तो आप शौक से खाइए। टमाटर की वजह से किडनी में स्टोन होता है, ये एक मिथक है। टमाटर में ऑक्सालेट होता है,लेकिन इसकी मात्रा काफी कम होती है। इतने कम ऑक्सालेट से किडनी में स्टोन नहीं बन सकता। 100 ग्राम टमाटर में केवल 5 ग्राम ऑक्सालेट होता है। अगर टमाटर इतना हानिकारक होता तो किडनी स्टोन से पीड़ित लोगों को इसके सेवन से पूरी तरह से दूर रहने की सलाह दी जाती। यदि आप स्वस्थ हैं और किडनी की समस्या नहीं है तो टमाटर को आप जितना चाहें उतना खा सकते है। आप अपने ऑक्सालेट के सेवन को सीमित करें। पालक, बीन्स, चुकंदर में भी ऑक्सालेट की उच्च मात्रा होती है। खाने से पहले इन सब्जियों को ठीक से पकाएं।
अगर आप ये सोचते हैं कि किडनी के जोखम से बचना है तो टमाटर से परहेज करें, तो आप अपनी सोच बदलें। हम आपको बताते हैं कि किडनी के जोखिम को कम करने के लिए आप क्या कर सकते हैं।
रोजाना कम से कम 2 लीटर पानी पिएं। यह आपके गुर्दे को शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करेगा।
आप सोडियम का सेवन कम करें।
अपने आहार में प्लांट प्रोटीन को शामिल करें।
अपने डॉक्टर की सलाह के बिना किसी भी प्रकार के सप्लीमेंट को लेने से बचें।
Written By Shahina Noor