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Water In Winters: सर्दियों में पी रहे हैं कम पानी, तो हो जाएं सावधान, शरीर को होता है नुकसान

Water In Winters आप शायद महसूस न करें लेकिन आपका शरीर पानी की कमी के कारण धीरे-धीरे डीहाइड्रेट होने लगता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार पानी कम पीने से आपके शरीर को भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है।

By Ruhee ParvezEdited By: Published: Tue, 26 Jan 2021 02:00 PM (IST)Updated: Tue, 26 Jan 2021 02:00 PM (IST)
Water In Winters: सर्दियों में पी रहे हैं कम पानी, तो हो जाएं सावधान, शरीर को होता है नुकसान
सर्दियों में पी रहे हैं कम पानी, तो हो जाएं सावधान, इन अंगों को होता है नुकसान

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Water In Winters: सर्दी का मौसम आते है, हमारी प्यास काफी कम हो जाती है। गर्मी के मौसम की तुलना सर्दियों लोग बेहद कम पानी पीने लगते हैं, ज़ाहिर है प्यास भी कम लगती है। लेकिन शरीर को गर्मियों में पानी की जितनी ज़रूरत होती है, उतनी ही सर्दियों में भी होती है। आप शायद महसूस न करें, लेकिन आपका शरीर पानी की कमी से धीरे-धीरे डीहाइड्रेट होने लगता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, पानी कम पीने से आपके शरीर को भारी नुकसान झेलना पड़ सकता है।

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आइए जानें पानी कम पीने से शरीर को कैसे नुकसान पहुंचता है?

1. आमतौर पर जब शरीर में पानी की कमी होती है, तो कोशिकाएं मस्तिष्क को संकेत भेजकर इस बताती हैं कि आपको प्यास लगी है। हालांकि, डिहाइड्रेशन का असर दिमाग पर कई तरह से पड़ता है। डिहाइड्रेशन का सीधा असर मूड और आपके परफॉर्मेंस से भी जुड़ा है। अगर आप दो प्रतिशत भी डिहाइड्रेट हैं, तो इसका असर आपके काम पर पड़ सकता है। डिहाइड्रेशन की वजह से आपकी यादाश्त भी कमज़ोर होने लगती है। 

2. जब शरीर में पानी की कमी होती है, तो कोशिकाएं हाइपोथैमेमस को एक संकेत भेजती हैं, जो वैसोप्रेसिन नाम का हार्मोन छोड़ती है। इसे एंटीडायरेक्टिव हार्मोन के नाम से भी जाना जाता है। यह हार्मोन किडनी को खून से कम पानी निकालने का संकेत देता है, जिससे पेशाब कम, गाढ़ा और गहरे रंग का होने लगता है। किडनी प्रमुख तौर पर खून को फिल्टर करने का काम करती हैं और शरीर में पर्याप्त तरल पदार्थ न होने की वजह से उसका काम बिगड़ता है और किडनी शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने का काम सही तरीके से नहीं कर पाती हैं। 

3. शरीर में पानी की कमी यानी डिहाइड्रेशन से इलेक्ट्रोलाइट का स्तर काफी कम हो जाता है, जो दिमाग़ में कई तरह की दिक्कतें पैदा कर सकता है। इलेक्ट्रोलाइट पोटेशियम और सोडियम की तरह मिनरल है, जो कोशिकाओं के बीच सिग्नल भेजने का काम करती हैं। अगर आपके शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स कम हो जाते हैं, तो वे कोशिकाओं को संकेत भेजने का काम नहीं कर पातीं और इसकी वजह से मांसपेशियों में खिचांव से लेकर दौरे पड़ने जैसे दिक्कतें शुरू हो जाती हैं। 

4. अगर आप लंबे समय तक प्यासे रहते हैं, तो आपकी किडनीज़ को ज़्यादा महनत करनी पड़ती है। नेशनल किडनी फाउंडेशन के मुताबिक, इस तरीके से किडनी को चाट आ सकती है और आपको किडनी की बीमारी हो सकती है। शरीर में पानी की कमी से पथरी की भी समस्या होने लगती है। खासतौप पर जो लोग गर्म, शुष्क मौसम में रहते हैं और जिन लोगों को दूसरों की तुलना में बहुत अधिक पसीना आता है, उन लोगों में किडनी की बीमारी का ख़तरा ज़्यादा बढ़ जाता है।

5. पानी की कमी की वजह से हाइपोटेंशन या लो प्रेशर की शिकायत हो सकती है और इसकी वजह से व्यक्ति बेहोश भी हो सकता है। शरीर को खून बनाने के लिए तरल पदार्थों की ज़रूरत होती है। जब शरीर में तरल पदार्थ की कमी होती है, तो खून का स्तर भी कम हो जाता है। शरीर में पर्याप्त ब्लड प्रेशर को बनाए रखने के लिए सही मात्रा में तरल का पदार्थ की ज़रूरत होती है।  

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।


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