Health Benefits of Sugarcane Juice: लिवर को स्वस्थ रखने के लिए रोजाना पिएं गन्ने का जूस, जानें अन्य फायदे
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो गन्ना का रस क्षारीय होता है। इसके सेवन से शरीर में एसिड लेवल कम अथवा कंट्रोल में रहता है। इसके लिए लिवर संबंधी बीमारियों से निजात पाने के लिए रोजाना गन्ने का जूस पीना चाहिए।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Health Benefits of Sugarcane Juice: गन्ना उष्ण कटिबंधीय फसल है। इसकी खेती भारत, ब्राजील, चीन समेत विश्व के कई देशों में की जाती है। उत्पादन के मामले में ब्राजील शीर्ष पर है। वहीं, भारत दूसरे नंबर पर है। इतिहासकारों की मानें तो प्राचीन समय से भारत में गन्ने की खेती की जाती है। इस बारे में उनका कहना है कि सनातन धर्म में सात्विक भोजन का विशेष महत्व है। भोजन में चीनी और गुड़ का अधिक इस्तेमाल किया जाता है।
वहीं, कुछ इतिहासकारों का कहना है कि पूर्व के समय में प्यासे को गुड़ खिलाकर पानी पिलाया जाता था। उस समय भी गुड़ की खपत अधिक थी। आधुनिक समय में चीनी की खपत अधिक है। साथ ही धार्मिक कर्मकांडों में गुड़ का इस्तेमाल किया जाता है। जबकि, गर्मी के दिनों में गन्ने के जूस का सेवन किया जाता है। गन्ने के रस में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो सेहत और सुंदरता दोनों के लिए फायदेमंद होते हैं। डॉक्टर्स भी पीलिया रोग में गन्ने का जूस पीने की सलाह देते हैं। इसके अलावा, कई अन्य रोगों में भी गन्ने का रस फायदेमंद साबित होता है। आइए, जानते हैं-
लिवर के लिए फायदेमंद
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो गन्ना का रस क्षारीय होता है। इसके सेवन से शरीर में एसिड लेवल कम अथवा कंट्रोल में रहता है। इसके लिए लिवर संबंधी बीमारियों से निजात पाने के लिए रोजाना गन्ने का जूस पीना चाहिए। गन्ने के जूस को लिवर के लिए रामबाण दवा बताया जाता है।
डायबिटीज में गुणकारी
गन्ने का जूस पीने से शरीर में तत्काल ऊर्जा का संचार होता है। इसमें फ्लेवोनॉइड और फेनॉलिक एंटीऑक्सीडेंट के गुण पाए जाते हैं, जो डायबिटीज रोग में फायदेमंद साबित होते हैं। इसके सेवन से फ्री रेडिकल कंट्रोल में रहता है। फ्री रेडिकल्स डायबिटीज समेत कई अन्य बीमारियों के जोखिम को बढ़ाते हैं।
इम्यून सिस्टम मजबूत होता है
बदलते मौसम में सेहतमंद रहने के लिए इम्यून सिस्टम मजबूत रहना अनिवार्य है। खासकर कोरोना के दौर में इसका महत्व बढ़ गया है। इसके लिए गन्ने का जूस पिएं। इसके सेवन से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है, जिससे संक्रमण संबंधी रोगों का खतरा कम हो जाता है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।