Health Benefits of Herbal Tea: पेट संबंधी विकारों को दूर करने के लिए रोजाना सुबह पिएं ये चाय
Bad cholesterol अमरूद में ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम पाया जाता है। इसके लिए डायबिटीज के मरीज भी अमरूद का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा अमरूद में विटामिन-सी भी पाया जाता है। इससे इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।
दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Health Benefits of Herbal Tea: अमरूद सेहत के लिए फायदेमंद होता है। इसके सेवन से शरीर को कई आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति होती है। इसमें डाइटरी फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इससे कब्ज की समस्या में आराम मिलता है साथ ही पाचन तंत्र मजबूत होता है। बढ़ते वजन को कंट्रोल करने के लिए अमरूद का सेवन कर सकते हैं। इसमें मौजूद फाइबर बार-बार खाने की आदत से निजात दिलाता है और मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है। वहीं, अमरूद में ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम पाया जाता है। इसके लिए डायबिटीज के मरीज भी अमरूद का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा, अमरूद में विटामिन-सी भी पाया जाता है। इससे इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। इसके लिए आप अमरूद का सेवन कर सकते हैं। वहीं, अमरूद की पत्तियां भी सेहत के लिए वरदान साबित होती हैं। इसके सेवन से कई रोगों में आराम मिलता है। खासकर, अमरूद की पत्तियों की चाय पीने से शुगर और बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। कई शोधों में दावा किया गया है कि अमरूद की पत्तियों की चाय पीने से बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल किया जा सकता है। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
कोलेस्ट्रॉल करता है कंट्रोल
कई शोधों में दावा किया गया है कि रोजाना सुबह अमरूद के पत्तों की चाय पीने से बढ़ते कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। शोधकर्ताओं की मानें तो अमरूद की पत्तियों में फाइबर पाया जाता है। फाइबर रिच चीजों के सेवन से बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल करने में मदद मिलती है। इसके लिए आप रोजाना सुबह अमरूद के पत्तों की चाय बनाकर पिएं।
कैसे बनाएं चाय
अगर आप बढ़ते शुगर और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करना चाहते हैं, तो रोजाना सुबह एक गिलास पानी में अमरूद के कुछ पत्तों को अच्छी तरह से उबाल लें। जब पानी एक कप के बराबर हो जाए, तो फिर चाय छन्नी की मदद छान लें। अब आप चाय में शहद मिलाकर सेवन कर सकते हैं। एक दिन में कितनी कप चाय पी सकते हैं? इसके लिए आप डॉक्टर से जरूर सलाह लें।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।