Surya Namaskar: सूर्य नमस्कार करते समय न करें ये गलतियां
Surya Namaskar आमतौर पर इस आसन को सुबह में सूर्य की ओर मुखकर किया जाता है। सूर्य नमस्कार के 12 स्टेप्स होते हैं। जिसे बारी बारी से किया जाता है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क।Surya Namaskar: सूर्य नमस्कार योग का प्रमुख आसन है। इस योग को करने से शरीर मजबूत होता है, इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत होती है, और शरीर में फलेक्सीबलिटी बढ़ती है। आमतौर पर इस आसन को सुबह में सूर्य की ओर मुखकर किया जाता है। सूर्य नमस्कार के 12 स्टेप्स होते हैं। जिसे बारी बारी से किया जाता है। हालांकि, कुछ लोग सूर्य नमस्कार करने में कई गलतियां करते हैं। खासकर, युवा वर्ग जो योग को जीवन में पहली बार अपना रहे हैं। उनसे गलतियां होने की संभावना अधिक रहती है क्योंकि उन्हें योग करने के सही तरीके नहीं पता होते हैं। ऐसे में सूर्य नमस्कार के बारे में पूरी जानकारी जरूर होनी चाहिए ताकि योग को करते समय कोई गलती न हो।
सूर्य नमस्कार जल्दबाजी में न करें
अक्सर ऐसा देखा जाता है कि समय की बचत के लिए कुछ लोग जल्दी-जल्दी में सूर्य नमस्कार करते हैं। इससे वे कई प्रकार की गलतियां करते हैं। साथ ही सभी आसनों को चंद मिनटों में पूरा कर लेते हैं। इससे समय की बर्बादी तो होती ही है। साथ ही सूर्य नमस्कार के फायदे भी नहीं होते हैं। ऐसे में जब भी आप सूर्य नमस्कार करें तो शांति और आराम से करें।
उत्तानासन करते समय रखें ये ध्यान
कुछ लोग उत्तानासन करने के वक्त शरीर को पूरी तरह से नीचे नहीं ले जाते हैं बल्कि हवा में लहराते हुए पहली मुद्रा में आ जाते हैं। इससे कमर पर अधिक दबाव पड़ता है और कमर दर्द की शिकायत हमेशा बनी रहती है। ऐसे में जब भी उत्तानासन करें तो सही तरीके से करें, और जल्दबाजी में न करें।
भुजंगासन और ऊर्ध्व मुख श्वानासन
भुजंगासन और ऊर्ध्व मुख श्वानासन एक साथ करने की गलती करते हैं। ऐसा देखा गया है कि भुजंगासन और ऊर्ध्व मुख श्वानासन करने के समान तरीके होने के कारण कुछ लोग इसे एक ही समय करने की बड़ी लगती करते हैं। ध्यान रहें कि भुजंगासन और ऊर्ध्व मुख श्वानासन दो भिन्न योग है। जिसके फायदे भी अलग है। अतः दोनों को एक साथ न जोड़ें, और न ही करें।
अंजनेयासन के समय करते हैं गलती
इस आसन को करने वक्त पैर को सीधा रखने और बॉडी के वेट को पैर पर रखने में लड़खड़ा जाते हैं। जिससे पैर पर दबाव पड़ता है और फिर पैर में मोच अथवा खिंचाव आ सकता है। जो दर्द का कारण बन सकता है। साथ ही जब हाथों को पीछे ले जाते हैं तो धीरे धीरे ले जाएं। जल्दबाजी में न ले जाएं। इससे रीढ़ की हड्डी पर दबाव पड़ सकता है। इसलिए जब भी आप अंजनेयासन करें तो सही तरीके से करें।