कब्ज की समस्या से छुटकारा पाने के लिए रोजाना करें नौकासन, जानें करने का सही तरीका
हिंदी के दो शब्दों नौका और आसन से मिलकर नौकासन बना है। आसान शब्दों में कहें तो नाव की मुद्रा में बैठकर योग करना नौकासन कहलाता है। इस मुद्रा में बैठने से पेट पर विशेष बल पड़ता है। इससे पाचन तंत्र मजबूत होता है।
दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। खराब दिनचर्या, अनुचित खानपान और अत्यधिक आराम की वजह से कब्ज की शिकायत होती है। इसके अलावा, चाय या कॉफी का अधिक सेवन, शरीर में पानी की कमी, धूम्रपान व शराब का सेवन, सही समय पर भोजन नहीं करने के चलते भी कब्ज की समस्या होती है। इस स्थिति में व्यक्ति को मल त्यागने में बहुत परेशानी होती है। लंबे समय तक कब्ज की समस्या रहने पर कई अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसके लिए कब्ज के लक्षण दिखने पर डॉक्टर से जरूर सलाह लें। वहीं, डाइट में व्यापक सुधार करें। साथ ही रोजाना योग और एक्सरसाइज जरूर करें। योग के कई आसन हैं, जो पाचन तंत्र को सुधारने में सहायक हैं। इनमें एक नौकासन है। इस योग को करने से कब्ज में आराम मिलता है। साथ ही पाचन तंत्र मजबूत होता है। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
नौकासन क्या है
हिंदी के दो शब्दों नौका और आसन से मिलकर नौकासन बना है। आसान शब्दों में कहें तो नाव की मुद्रा में बैठकर योग करना नौकासन कहलाता है। इस मुद्रा में बैठने से पेट पर विशेष बल पड़ता है। इससे पाचन तंत्र मजबूत होता है। इसके लिए योग विशेषज्ञ नौकासन करने की सलाह देते हैं। आप भी पुरानी से पुरानी कब्ज की समस्या को दूर करने के लिए रोजाना नौकासन जरूर करें।
कैसे करें नौकासन
इसके लिए स्वच्छ स्थान पर दरी बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं। अब अपने दोनों पैर को साथ रखे और हाथों को जांघ के पास रखें। इसके बाद धीरे-धीरे अपने दोनों पैरों को हवा में उठाएं। अपनी शारीरिक क्षमता के अनुसार पैरों को हवा में उठाएं। कुछ देर तक इस मुद्रा में रहें। इसके पश्चात, पहली अवस्था में आ जाएं। इस योग को रोजाना कम से कम 10 बार जरूर करें। इससे कब्ज की समस्या में बहुत जल्द आराम मिलेगा।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।