Coronavirus & Diabetes: डायबिटीज़ के इस तरह के मरीज़ों में बढ़ जाता है कोरोना का ख़तरा
Coronavirus Diabetes भारत इस वक्त चीन के बाद दुनिया भर में मधुमेह के मामलों की संख्या में दूसरे स्थान पर है। भारत में इस वक्त करीबन 7 करोड़ 70 लाख डायबिटीज़ के मरीज़ हैं।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Coronavirus & Diabetes: डायबिटीज़ यानी मधुमेह के ऐसे मरीज़ जो अपने ब्लड शुगर स्तर का ख्याल अच्छी तरह से नहीं रखते, उन्हें कोविड-19 होने का जोखिम बढ़ जाता है। डायबिटीज़ के मरीज़ों को इंटरमिटेंट डाइटिंग या कीटो डाइट जैसी चीज़ों से दूर रहना चाहिए। इसकी जगह उन्हें संतुलित आहार पर फोकस रखना चाहिए- जैसे हरी सब्ज़ियां, फल, नट्स और बीज।
एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया द्वारा बनाए गए एक पैनल में डायबिटीज़ के मरीज़ों और कोरोना वायरस के बारे में चर्चा की गई। विशेषज्ञों ने इस बात पर रोशनी डाली कि ऐसे लोग जो डायबिटीज़ का नियंत्रण खराब तरीके से करते हैं, उनमें कोरोना वायरस के गंभीर लक्षणों के विकसित होने का जोखिम बढ़ जाता है।
डायबिटीज़ एटलस नाम की अंतरराष्ट्रीय मधुमेह फाउंडेशन के अनुसार, भारत इस वक्त चीन के बाद दुनिया भर में मधुमेह के मामलों की संख्या में दूसरे स्थान पर है। भारत में इस वक्त करीबन 7 करोड़ 70 लाख डायबिटीज़ के मरीज़ हैं।
एंडोक्रिनोलॉजी के एक्सपर्ट का कहना है कि " एक ऐसा व्यक्ति जो युवा, डायबिटीज़ का नया मरीज़ या ऐसा इंसान जो फिट है और डायबिटीज़ को अच्छी तरह से नियंत्रण में रखता है और एक ऐसा शख्स जिसे लंबे समय से डायबिटीज़ है और नियंत्रण भी खराब है, में काफी फर्क है। अगर आपकी डायबिटीज़ कंट्रोल में होने के साथ आप फिट हैं, तो कोरोना वायरस का ख़तरा आपके लिए कम हो जाता है।
" अगर डायबिटीज़ का एक मरीज़ कोविड-19 पॉज़ीटिव पाया जाता है और अलक्ष्णी है, तो उसे आइसोलेशन में रहने की ज़रूरत होती है। अगर आपके लक्षण बेहद हल्के हैं, तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क में रहने की ज़रूरत है और समय-समय पर टेस्ट कराने की भी ज़रूरत है। ये सभी चीज़ें घर पर रहकर आइसोलेशन में भी संभव हैं। वहीं, अगर आप उम्रदराज़ और किडनी, डायबिटीज़ या दिल के मरीज़ हैं, तो आपको अस्पताल में भर्ती होना होगा।"
फोर्टिस के एक्सीक्यूटिव चेयमेन, अनूप मिश्रा का कहा कि डायबिटीज़ के मरीज़ों का कोरोना वायरस के इस समय में सारा फोकस अपनी ब्लड शुगर स्तर को नियंत्रण में रखने पर होना चाहिए। " अपनी दवाएं लेते रहें और रोज़ाना ब्लड शुगर स्तर को चेक करें। घर पर इसे मॉनिटर करने के लिए किट खरीदें ताकि बाहर न जाना पड़े। इस वक्त बेहतर यही होगा कि टेस्ट के लिए लैब न जाएं।
शुगर को मैनेज और नियंत्रण में रखना बेहद ज़रूरी है क्योंकि अगर आप कोरोना वायरस से संक्रमित हो जाते हैं, तो ये गंभीर होगा या हल्का ये ब्लड शुगर स्तर पर ही निर्भर करेगा। यह बात गैर-मधुमेह रोगियों पर भी लागू होती है क्योंकि कई लोगों का इस समय वज़न बढ़ रहा है और वे डायबिटीज़ के शिकार हो रहे हैं।
ऐसी डाइट पर ज़ोर दिया जा रहा है, जिसमें प्रोटीन, फाइबर और कई पोषण हों। कीटो जैसी किसी खास तरह डाइट का सहारा न लें। दिन में तीन टाइम खाना खाएं और उसमें फल, सब्ज़ियों की संतुलन बनाए रखें।