Herd Immunity Or covid-19:कोविड-19 के खिलाफ ‘हर्ड इम्युनिटी' विकसित होने में अभी लंबा वक्त लगेगा-WHO
Herd Immunityकोविड-19 के खिलाफ ‘हर्ड इम्युनिटी विकसित होने में अभी लंबा वक्त लगेगा और टीका आने के बाद ही इसमें तेजी आएगी- WHO
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोनाकाल में हर इनसान को सिर्फ कोरोना से बचाने वाले टीके का इंतेजार है। कोरोना से बचने के लिए लोग आयुर्वेदिक काढ़े से लेकर हर उस चीज़ का सेवन कर रहे हैं जिससे इम्यून सिस्टम बढ़े। इस सब माहौल में विश्व स्वास्थ्य संगठन की मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने शुक्रवार को चेतावनी दी कि कोविड-19 के खिलाफ ‘हर्ड इम्युनिटी' विकसित होने में अभी लंबा वक्त लगेगा और टीका आने के बाद ही इसमें तेजी आएगी। आपको बता दें कि कोविड-19 के खिलाफ बड़ी आबादी में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित होने को ही ‘हर्ड इम्युनिटी' कहा जाता है।
डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी दी कि कम से कम अगले वर्ष या उसके बाद दुनिया में कोरोना वायरस से निजात पाने में ‘तेजी आएगी', हालांकि वैज्ञानिक टीका बनाने को लेकर काम कर रहे हैं। इस बीच चिकित्सा से मृत्यु दर कम करने में मदद मिलेगी और लोग जीवन जी सकेंगे।
स्वामीनाथन ने कहा, ‘हर्ड इम्युनिटी की अवधारणा के लिए 50 से 60 फीसदी आबादी में प्रतिरोधक क्षमता होनी चाहिए ताकि संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ा जा सके। उन्होंने कहा टीका से ऐसा करना ज्यादा आसान होगा।
WHO ने कहा कि हमें कई प्रभावित देशों में हुए अध्ययनों से पता चला है कि सामान्य तौर पर आबादी के पांच से दस फीसदी लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित हुई है। कुछ स्थानों पर यह उससे अधिक है, 20 फीसदी तक। उन्होंने कहा अगर क्लीनिकल परीक्षण सफल होते हैं और इस वर्ष के अंत तक कुछ टीके आ भी जाते हैं तो हमें अरबों खुराक की जरूरत होगी, जिसमें वक्त लगेगा। डॉ. स्वामीनाथन ने कहा हमें इस संभावना को स्वीकार करना होगा, हमें इस वायरस के साथ जीना सीखना पड़ेगा। डॉ. स्वामीनाथन भारत की बाल रोग विशेषज्ञ हैं और पूरी दुनिया में तपेदिक और एचआईवी की प्रसिद्ध शोधकर्ता हैं।
Written By Shahina Noor