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कोविड-19 से मरीजों के पूरे तंत्रिका तंत्र को है खतरा- जानिए

कोविड-19 मरीजों को सिरदर्द चक्कर आना ध्यान केंद्रित करने में परेशानी चौकसी में कमी स्ट्रोक कमजोरी और मांसपेशियों में दर्द जैसी बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है।

By Shilpa SrivastavaEdited By: Published: Fri, 12 Jun 2020 05:47 PM (IST)Updated: Fri, 12 Jun 2020 05:47 PM (IST)
कोविड-19 से मरीजों के पूरे तंत्रिका तंत्र को है खतरा- जानिए
कोविड-19 से मरीजों के पूरे तंत्रिका तंत्र को है खतरा- जानिए

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोनावायरस एक ऐसा नया वायरस है, जिस पर जितनी रिसर्च की जा रही है, उतनी ही कम पड़ रही है। इस वायरस की ताकत दुनिया के 250 से ज्यादा देशों ने देख ली है। इस वायरस से इतने ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं, जितने पहले कभी नहीं हुए थे। ये वायरस तरह-तरह से लोगों को नुकसान पहुंचा रहा है, इसलिए इस पर रिसर्च भी उतनी ही ज्यादा की जा रही है। अब वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि कोविड-19 से पूरे तंत्रिका तंत्र को खतरा है। वैज्ञानिकों का ये दावा विभिन्न अध्ययनों की समीक्षा के आधार पर किया गया है।

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वैज्ञानिकों के मुताबिक, इस जानकारी से सिरदर्द, मिर्गी और स्ट्रोक जैसे तंत्रिका तंत्र में विकार के लक्षणों का बेहतर प्रबंधन किया जा सकेगा।

जर्नल ‘एन्नल्स ऑफ न्यूरोलॉजी’ में प्रकाशित शोधपत्र के मुताबिक, अस्पताल में भर्ती करीब 50 फीसदी कोविड-19 मरीजों को सिरदर्द, चक्कर आना, ध्यान केंद्रित करने में परेशानी, चौकसी में कमी, सूंघने और स्वाद का अनुभव नहीं होना, स्ट्रोक, कमजोरी और मांसपेशियों में दर्द जैसे तंत्रिका तंत्र में विकार के लक्षणों का सामना करना पड़ रहा है।

अमेरिका स्थित नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के प्रमुख अनुसंधानकर्ता इगोर कोरलनिक ने कहा कि यह आम लोगों और चिकित्सकों के लिए जानना जरूरी है कि कोविड-19 के संक्रमण का संकेत बुखार, खांसी और सांस संबंधी परेशानियों के लक्षण आने से पहले तंत्रिका तंत्र में विकार के रूप में सामने आता हैं।

शोधकर्ताओं के मुताबिक, कोरोना वायरस कई तरीके से तंत्रिका तंत्र में विकार उत्पन्न कर सकता है। बीमारी से दिमाग, मेरुदंड और मांसपेशियां सहित पूरा तंत्रिका तंत्र प्रभावित हो सकता है।

अनुसंधानकर्ताओं ने रेखांकित किया कि संक्रमित के दिमाग में ऑक्सीजन की कमी हो सकती है या खून का थक्का जम सकता है। इससे मस्तिष्काघात का खतरा भी है। ये वायरस प्रतिरोधक क्षमता से प्रतिक्रिया कर सकता है जिससे दिमाग में सूजन हो सकती और इससे दिमाग और नसों को नुकसान पहुंच सकता है।

हालांकि, कोविड-19 का तंत्रिका तंत्र पर पड़ने वाले असर की जानकारी सीमित है, इसलिए वैज्ञानिकों की योजना कुछ संक्रमितों की लंबे समय तक निगरानी करने की है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि तंत्रिका तंत्र पर पड़ने वाला असर स्थायी है या अस्थायी। 

                   Written By Shahina Noor


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