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Stay Home Stay Empowered: Expert से जानें-कोरोना, ठंड, प्रदूषण और मौसमी बीमारियों के चक्रव्यूह से निकलने के उपाय

प्रदूषण नियंत्रण को लेकर ठोस कदम उठाने की जरूरत है जैसे- पराली को जलने से रोका जाए। वाहन प्रदूषण को कम किया जाए। फैक्ट्रियों से निकलने वाले प्रदूषण को भी कम करने पर जोर दिया जाए। समझें कि घातक वायु प्रदूषण से श्वसन समस्याएं हो सकती हैं।

By Vineet SharanEdited By: Published: Thu, 22 Oct 2020 08:57 AM (IST)Updated: Thu, 22 Oct 2020 08:59 AM (IST)
Stay Home Stay Empowered: Expert से जानें-कोरोना, ठंड, प्रदूषण और मौसमी बीमारियों के चक्रव्यूह से निकलने के उपाय
शोधकर्ताओं की मानें तो प्रदूषण और मौसमी बीमारियों से कोरोना ज्यादा संक्रामक हो सकता है।

नई दिल्ली, जेएनएन। कोरोना महामारी के मामले देश में घट रहे हैं, लेकिन इस बीच सर्दी ने दस्तक दे दी है। इसे देखते हुए विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि ठंड में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। वहीं, दिल्ली समेत देश के कई बड़े शहरों में प्रदूषण का स्तर भी बढ़ गया है। इन शहरों का एयर क्वालिटी इंडेक्स-250 से ऊपर चला गया है। इससे मौसमी बीमारियों की आशंका और बढ़ गई है। शोधकर्ताओं की मानें तो प्रदूषण और मौसमी बीमारियों से कोरोना ज्यादा संक्रामक हो सकता है। एम्स के डायरेक्टर डॉक्टर गुलेरिया का कहना है कि पीएम 2.5 स्तर में मामूली बढ़ोतरी भी कोरोना वायरस के मामलों को 8-9 फीसदी तक बढ़ा सकती है। ऐसे में विशेषज्ञों से जानते हैं कि कोरोना, ठंड, प्रदूषण और मौसमी बीमारियों के चक्रव्यूह से बचने के लिए हमें क्या करना चाहिए-

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सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टर राजेश गौतम ने बताया कि अभी सबसे बड़ी समस्या प्रदूषण की है। इससे बचने के लिए मास्क पहन कर रखें। N95 मास्क सबसे उत्तम मास्क है। कोरोना से बचने के लिए भी मास्क और सैनेटाइजर ही चाहिए। अब डेंगू भी शुरू हो गया है। खुद को मच्छरों से बचाएं। कभी भी पानी एकत्रित न होने दें। घरों में मॉस्किटो नेट इस्तेमाल करें। इस वक्त मौसम बदल रहा है, इसलिए शर्ट के नीचे इनर पहन सकते हैं। जैकेट या पूरी बांह वाली शर्ट पहन सकते हैं। दो गज़ की दूरी के नियम का तो पालन करना ही है।

प्रदूषण से बचना होगा

प्रदूषण नियंत्रण को लेकर ठोस कदम उठाने की जरूरत है, जैसे- पराली को जलने से रोका जाए। वाहन प्रदूषण को कम किया जाए। फैक्ट्रियों से निकलने वाले प्रदूषण को भी कम करने पर जोर दिया जाए। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, निर्माण गतिविधियों और डीजल जेनरेटर के इस्तेमाल पर रोक लगी हुई है।

लोग क्या करें

इस बात को समझें कि घातक वायु प्रदूषण से श्वसन तंत्र से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। इसे इम्यून सिस्टम को भी काफी नुकसान पहुंच सकता है। ऐसे में कोरोना से जंग मुश्किल हो जाएगी।

दिवाली में ज्यादा सावधानी बरतें

दिल्ली-एनसीआर और बाकी महानगरों में दिवाली के आसपास प्रदूषण का स्तर एकाएक बढ़ जाता है और सांस लेने में जलन होने लगती है। ऐसे में दिवाली के वक्त लोगों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। पटाखे बिल्कुल न जलाएं और दूसरों को भी जागरूक करें। त्योहारों पर भीड़ से दूरी बनाए रखें। साधारण तरीके से घर-परिवार के साथ ही त्योहार मनाएं।

खुद की मौसमी बीमारियों से करें रक्षा

अपने घर में ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर और स्टीमर रखें। बुखार न उतरने पर तुरंत टेस्ट करवाएं। ठंड के मौसम में खुद को कॉमन कोल्ड और फ्लू से बचाए रखने का प्रयत्न करें।

क्या खाएं और पियें

- हरी साग-सब्जी और मौसमी फलों का सेवन करें।

- मसालेदार और तैलीय खाद्य पदार्थों के सेवन से बचने की कोशिश करें।

- पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करें। पानी को गुनगुना कर लें।

-गर्म पानी का भाप लें।  


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