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Belly Fat Loss: लाइफस्टाइल में करेंगे ये 4 बदलाव, तो तेज़ी से कम होगी पेट की चर्बी

Belly Fat Loss पेट के आसपास फैट्स जमा होना सबसे आम बात है हालांकि यहां से वज़न और अतिरिक्त वसा को घटाना मुश्किल नहीं है। छोटे-छोटे बदलाव कर आप धीरे-धीरे वज़न को कम कर सकते हैं। फिर चाहे शरीर का कोई भी हिस्सा हो।

By Ruhee ParvezEdited By: Published: Fri, 21 Jan 2022 10:02 AM (IST)Updated: Fri, 21 Jan 2022 03:13 PM (IST)
Belly Fat Loss: लाइफस्टाइल में करेंगे ये 4 बदलाव, तो तेज़ी से कम होगी पेट की चर्बी
Belly Fat Loss: लाइफस्टाइल में करेंगे ये 4 बदलाव, तो तेज़ी से कम होगी पेट की चर्बी

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। वज़न घटाना आसान नहीं है और यह सिर्फ वही लोग जानते हैं जिन्होंने कोशिश की हो। वज़न कम करने का एक फॉर्मुला नहीं है, जो सभी के लिए काम कर जाए। पाचन से लेकर चयापचय और भोजन के उपयोग तक, सभी प्रक्रियाएं अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग तरीके से काम करती हैं और सभी की समस्याएं भी अलग-अलग होती हैं। कई लोगों के हाथों और पैरों में फैट्स तेज़ी से जमा होते हैं, वहीं कई लोगों के ऊपरी हिस्से में भी चर्बी बढ़ती है, तो कई लोगों के लिए पेट के आसपास जमी चर्बी को घटाना मुश्किल हो जाता है।

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पेट के आसपास फैट्स जमा होना सबसे आम बात है, हालांकि यहां से वज़न और अतिरिक्त वसा को घटाना मुश्किल नहीं है। छोटे-छोटे बदलाव कर आप धीरे-धीरे वज़न को कम कर सकते हैं। फिर चाहे शरीर का कोई भी हिस्सा हो, डाइट और एक्सरसाइज़ की मदद से वज़न कम किया जा सकता है। तो आइए जानें कि पेट की चर्बी को कम करने के लिए लाइफस्टाइल में किस तरह के बदलाव करने होंगे।

1. इंटरमिटेंट फास्टिंग

इंटरमिटेंट फास्टिंग का मतलब है कि एक विशेष समय के दौरान ही भोजन करना। यह बाकी सभी तरह की फास्टिंग से काफी अलग है। अगर इसका पालन सही तरीके से किया जाए, तो वज़न घटाने में यह आपकी काफी मदद कर सकेगा क्योंकि इस तरह खाने से कम कैलोरी का सेवन होता है।

2. कार्बोहाइड्रेट्स

कार्ब्ज़ उस ज़िद्दी वसा के लिए ज़िम्मेदार होते हैं, जिनसे छुटकारा पाना बेहद मुश्किल होता है, फिर चाहे आप कितनी भी कोशिश कर लें। सफेद ब्रेड, चिप्स, पास्ता आदि जैसे कार्ब्ज़ आपकी सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं। वजन कम करने के लिए, खासतौर से पेट के आसपास से, कार्ब्स की खपत को सीमित करना और प्रोसेस्ड कार्ब्स को धीमी गति से रिलीज होने वाले ऊर्जा स्रोतों जैसे कि क्विनोआ या ब्राउन राइस से बदलना महत्वपूर्ण है।

​3. हाई इंटेंसिटी ट्रेनिंग

​हाई इंटेंसिटी इंटरनल ट्रेनिंग एक ऐसी ट्रेनिंग है जिसमें कार्डियोवेस्कुलर एक्सरसाइज़ के साथ कुछ समय के लिए इंटेन्स एनारोबिक एक्सरसाइज़ भी की जाती है। साथ ही इसमें आराम का समय भी कम होता है। एक्सरसाइज़ से न सिर्फ वज़न कम करने में मदद मिलती है बल्कि दोबारा वज़न बढ़ने की संभावना भी कम होती है।

4. कम से कम चीनी का सेवन

हम में से ज़्यादातर लोग यह नहीं जानते कि ज़्यादातर पैकेज्ड फूड्स और ड्रिंक्स जिसका हम सेवन करते हैं उनमें चीनी और कैलोरी की मात्रा काफी ज़्यादा होती है। 'डाइट' फूड्स का दावा करने वाली चीज़ों में भी काफी चीनी शामिल होती है। इसलिए बेहतर है कि इनकी जगह स्वस्थ खाद्य पदार्थों का चयन किया जाए, जिनमें चीनी और कैलोरी की मात्रा कम से कम हो।

Disclaimer:लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।


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