Move to Jagran APP

Arthritis Day: सही समय पर इलाज व फिजियोथेरेपी से काफी हद तक संभव है इससे बचाव

अगर सही समय पर सही इलाज कराएं तो अर्थराइटिस से बचाव संभव है। सही मात्रा में प्रोटीन विटामिन डी कैल्शियम एक्सरसाइज़ करें तो अर्थराइटिस को मात दे सकते हैं।

By Priyanka SinghEdited By: Published: Wed, 09 Oct 2019 08:39 AM (IST)Updated: Sat, 12 Oct 2019 08:00 AM (IST)
Arthritis Day: सही समय पर इलाज व फिजियोथेरेपी से काफी हद तक संभव है इससे बचाव
Arthritis Day: सही समय पर इलाज व फिजियोथेरेपी से काफी हद तक संभव है इससे बचाव

आजकल फिजियोथेरेपी साइंस काफी प्रगति पर है। फिजियोथेरिपी में इस्तेमाल होने वाली कुछ लेटेस्ट मशीनें जैसे क्लास 4 लेजर थेरेपी, शॉक वेव थेरेपी, माइक्रोवेव डायाथर्मी और कुछ मैन्युअल तकनीकों से हम अर्थराइटिस से बचाव कर सकते हैं और इस मर्ज के होने पर राहत पा सकते हैं।

loksabha election banner

जोड़ों को मजबूत बनाने वाले व्यायाम

आइसोमेट्रिक एक्सरसाइज़

- इस एक्सरसाइज़ में बिस्तर या जमीन पर सीधा लेटकर एक बड़े तौलिए को 4 से 6 इंच का गोल रोल बनाकर अपने घुटने के नीचे रखें। अब अपने घुटने और जांघ की मांसपेशियों से इसको नीचे की तरफ दबाकर 5 सेकेंड तक रोक कर रखें। ध्यान रहे कि पंजा अपनी तरफ रहे।

एडी के नीचे रखें

- फिर इसी रोल को एड़ी के नीचे रखकर 5 सेकेंड तक हील से दबाएं और पंजा अपनी तरफ रखें। इसे कई बार दोहराएं।

- बेड या कुर्सी पर आगे की तरफ बैठकर अपने घुटने और पैरों को 90 डिग्री पर बनाकर रखें और कोई तकिया लेकर दोनों घुटनों की तरफ दबाकर 10 सेकेंड तक रोककर रखें। इस क्रिया को 15 से 20 बार दोहराएं।

- अब एक साइड करवट लेकर अपनी टांग को ऊपर की दिशा में 45 डिग्री तक उठाएं और 5 सेकेंड तक रोक कर रखें। इस क्रिया को 15 से 20 बार दोहराएं।

- सीधा पैर उठाना

- सीधा लेटकर पूरी टांग को कम से कम 60 डिग्री हवा में उठाकर 5 सेंकेड तक रोक कर रखें।

- पंजा अपनी तरफ रखें। इसे 15 से 20 बार दोहराएं।

- बेड या कुर्सी पर आगे की तरफ बैठकर अपने घुटने और पैरों को 90 डिग्री पर बनाकर रखें और कोई तकिया लेकर दोनों घुटनों से अंदर की तरफ दबाकर 10 सेकेंड तक रोककर रखें। इस क्रिया को 15 ले 20 बार दोहराएं।

- साइकिल चलाएं।

प्राणायाम

सांस की एक्सरसाइज जरूर करें जिससे हमारे शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा सही रहे और हम ऊर्जावान महसूस करते रहें।

क्या न करें

* अगर अर्थराइटिस काफी हद तक बढ़ जाए तो कुछ सावधानी बरतनी जरूरी है।

* बहुत देर तक खड़े न हों।

* दर्द ज्यादा हो तो ज्यादा न चलें वरना दर्द बढ़ सकता है।

* जमीन पर पाल्थी मारकर न बैठें।

* इंडियन टॉयलेट सीट का इस्तेमाल न करें।

* समय-समय पर अपने फिजियोथेरेपिस्ट से संपर्क जरूर करें।

सर्वोत्तम चौहान (सीनियर फिजियोथेरेपिस्ट, मेदांता हॉस्पिटल) 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.