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Ayurveda For Blood Sugar Levels: ब्लड शुगर स्तर को कंट्रोल करने के लिए आयुर्वेदिक घरेलू उपाय!

Ayurveda For Blood Sugar Levels भले ही डायबिटीज़ ज़िंदगी में जोखिम बढ़ाती है इसे लाइफस्टाइल में मामूली बदलाव कर मैनेज किया दा सकता है। दवाइयों के साथ आप अपने डॉक्टर की सलाह से कुछ घरेलू उपायों को भी अपना सकते हैं।

By Ruhee ParvezEdited By: Published: Fri, 12 Nov 2021 08:30 AM (IST)Updated: Fri, 12 Nov 2021 09:15 AM (IST)
Ayurveda For Blood Sugar Levels: ब्लड शुगर स्तर को कंट्रोल करने के लिए आयुर्वेदिक घरेलू उपाय!
ब्लड शुगर स्तर को कंट्रोल करने के लिए आयुर्वेदिक घरेलू उपाय!

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Ayurveda For Blood Sugar Levels: हर साल 14 नवंबर को विश्व मधुमेह दिवस मनाया जाता है, ताकि लोगों को इस जानलेवा बीमारी के बारे में जागरुक किया जा सके। मधुमेह दुनिया भर में मौतों के प्रमुख कारणों में से एक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, साल 2030 तक इस स्थिति के 100 प्रतिशत से अधिक बढ़ने का अनुमान है। लेकिन भले ही डायबिटीज़ ज़िंदगी में जोखिम बढ़ाती है, इसे लाइफस्टाइल में मामूली बदलाव कर मैनेज किया दा सकता है। दवाइयों के साथ आप अपने डॉक्टर की सलाह से कुछ घरेलू उपायों को भी अपना सकते हैं।

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आसान आयुर्वेदिक टिप्स को ज़रूर फॉलो करें

- एक भाग गुडूची, एक भाग कुड़की, एक भाग शारदुनिका और 2 भाग पुनर्वना लें। इसे अच्छी तरह मिलाएं और दिन में 2-3 बार इसका गर्म पानी के साथ सेवन करें।

- थोड़ा-थोड़ा करके अपने खाने-पीने की चीजों में हल्दी का सेवन बढ़ाएं। आप इसे दूध और चाय में भी मिला सकते हैं।

- सदियों से तांबे के बर्तन से पानी पीने की सलाह दी जाती रही है। यह शरीर के लिए अच्छा तो होता ही है, साथ ही इससे शर्करा के स्तर में उतार-चढ़ाव को रोकने में मदद कर सकती है।

मेथी दाने का उपयोग करें

आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के अनुसार मधुमेह रोगियों को नियमित रूप से मेथी दाना का सेवन करना चाहिए। वे इससे बने स्प्राउट्स का सेवन कर सकते हैं या सुबह खाली पेट मेथी का पानी पी सकते हैं।

कड़वा हमेशा बेहतर होता है

करेला, आंवला, हेम्प सीड्स और एलोवेरा जैसी कड़वी खाने की चीज़ें डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए बेहतरीन साबित होती हैं।

डाइट में साधारण से बदलाव

आयुर्वेद के अनुसार, शरीर में रोग दोषों के असंतुलन के कारण होते हैं। टाइप 1 मधुमेह वात (वायु और हवा) के असंतुलन के कारण होता है और टाइप 2 मधुमेह कफ (जल और पृथ्वी) दोष की अधिकता के कारण होता है। कम वसा वाला भोजन करना महत्वपूर्ण है। अपनी चाय में अदरक मिलाने से भी शरीर में कफ को कम करने में मदद मिल सकती है।

मसालों का इस्तेमाल ध्यान से करें

मसालों में एंटीडायबिटिक गुण होते हैं। मधुमेह के रोगियों को हल्दी, सरसों, हींग, दालचीनी और धनिया का सेवन अवश्य करना चाहिए।

डायबिटीज़ के मरीज़ों को ज़रूर खानी चाहिए ये 5 चीज़ें

करेला

डायबिटीज़ से पीड़ित लोगों को करेला रोज़ खाना चाहिए। यह हाइपोग्लाइसेमिक जैव-रासायनिक पदार्थों में समृद्ध होता है। यह रक्त शर्करा के स्तर को प्रबंधित करने के लिए बहुत फायदेमंद होता है।

बंगाल ग्राम

ग्लूकोज़ असहिष्णुता से पीड़ित लोगों के लिए बंगाल चना बहुत अच्छा माना जाता है। यह गैर-मधुमेह लोगों में मधुमेह के ख़तरे को कम करता है। यह पुराने मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए भी फायदेमंद है।

आंवला

आंवला कार्बोहाइड्रेट अवशोषण को विनियमित करने में मदद करता है। क्रोमियम की उपस्थिति इंसुलिन संवेदनशीलता में मदद करती है। आप इसे कच्चा खा सकते हैं या इसका जूस बनाकर पी सकते हैं।

जामुन

जामुन इंसुलिन को नियंत्रित करने और इसके उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है। जामुन के 4-5 पत्ते चबाने और जामुन खाने से शुगर का स्तर निश्चित रूप से कम हो सकता है।

करी पत्ता

करी पत्ता मधुमेह के प्रबंधन के लिए काफी अच्छा माना जाता है इसलिए इसे दिन में दो से तीन बार खाने की सलाह दी जाती है।

Disclaimer:लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।


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