इन आसान घरेलू नुस्खों को अपनाकर करें, जिद्दी स्ट्रेच मार्क्स की समस्या दूर
प्रेग्नेंसी के अलावा बॉडी बिल्डिंग वजन और उम्र बढ़ने के साथ स्ट्रेच मार्क्स की प्रॉब्लम आम है जो देखने में बहुत खराब लगता है। तो इसे कैसे आसानी से दूर किया जा सकता है जानेंगे यहा
वेट लिफ्टिंग या प्रेग्नेंसी के दौरान एकाएक त्वचा के फैलने और सिकुडऩे से उस पर पड़ने वाले निशान को स्ट्रेच मार्क्स कहते हैं। स्किन की दो लेयर्स होती हैं। प्रेग्नेंसी में जब वजन बढता है तो स्किन की बाहरी लेयर तो खिंच जाती है, लेकिन अंदर की स्किन खिंचाव को लंबे समय तक नहीं सहन कर पाती जिससे अंदर के टिश्यूज टूटने लगते हैं। इससे स्किन पर गहरी लकीरें पडऩे लगती हैं। जो देखने में बहुत ही खराब लगते हैं। तो इसे कैसे दूर करें, जानेंगे इसके बारे में।
स्ट्रेच मार्क्स दूर करने के घरेलू उपचार
1. विटमिन सी और ई से भरपूर डाइट लें। डॉक्टर की सलाह-मशविरा के बाद पेट के निचले हिस्से पर विटमिन ई युक्त तेल की मालिश करें।
2. खुबानी या अखरोट वाले स्क्रब रगडऩे से भी निशान कम होते हैं।
3. जैतून ऑयल स्किन के लिए बहुत ही अच्छा होता है तो इसमें चार से पांच बूंदें लैवेंडर ऑयल की मिलाएं और इससे पेट की मालिश करें।
4. खुबानी (ऐप्रीकोट) को लैवेंडर के तेल के साथ मिला कर मालिश करें।
5. संतरे व नीबू के छिलकों को सुखा कर बारीक पीसें। दो चम्मच मिश्रण में एक चम्मच बादाम पाउडर व गुलाबजल की बूंदें मिला कर उबटन तैयार करें। इसे 15 मिनट तक निशान पर लगाएं और फिर धो लें।
6. दस बूंदें मेहंदी और दो चम्मच बादाम का तेल मिला कर हल्के हाथों से निशानों पर मलें, जब तक कि तेल सूख न जाए।
इन चीज़ों का भी रखें ध्यान
1. प्रेग्नेंसी के दौरान कपडों की फिटिंग पर खासतौर से ध्यान दें। ऐसे कपड़े पहनना अवॉयड करें जो पेट और हिप्स पर बहुत टाइट हों। ढीले-ढाले कॉटन आउटफिट्स हर तरह से कम्फर्टेबल होते हैं।
2. कैफीन यानी ज्य़ादा चाय-कॉफी से बचें।
3. प्रेग्नेंसी में बॉडी को हाइड्रेट रखने के लिे भरपूर मात्रा में पानी पिएं।
4. प्रोटीन और विटमिन सी युक्त डाइट लें। डाइट में जिंक, विटमिन ए, सी और ई शामिल करें। फैटी एसिड्स भी लें।
5. डॉक्टर की सलाह लेने के बाद ही योग या एक्सरसाइज शुरू करें।
6. हरी सब्जियां खाएं क्योंकि ये आयरन से भरपूर होती हैं, जिससे निशान नहीं पडते।
7. टोफू, सोया मिल्क, सेम या बींस का सेवन करें। इससे शरीर में कोलेजन का उत्पादन बढता है।
8. वजन संतुलित रखें।
अन्य उपाय
स्ट्रेच माक्र्स में डर्मा रोलर्स भी उपयोगी हैं, लेकिन इनके प्रयोग में हाइजीन का ध्यान रखना चाहिए। कूल्हों, पेट के निचले हिस्से और जांघों पर जमा अतिरिक्त चर्बी को टमी टक की मदद से भी ठीक किया जा सकता है। सर्जिकल प्रक्रिया भी प्रभावकारी है।
(डॉ. रिचि गुप्ता, अध्यक्ष, कॉस्मेटिक, प्लास्टिक और रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी विभाग, फोर्टिस हॉस्पिटल, शालीमार बाग दिल्ली से बातचीत पर आधारित)