Air Pollution: समय से पहले त्वचा को बूढ़ा बना देता है प्रदूषण, ऐसे करें बचाव
Air Pollution आपने अपने साइंस क्लासेस में ये ज़रूर पढ़ा होगा कि त्वचा हमारे शरीर का सबसे बड़ा अंग है और पर्यावरण के संपर्क सबसे पहले त्वचा का होता है। फिर चाहे आप सारा वक्त घर के अंदर ही क्यों न रहें आपका पर्यावरण से लगातार संपर्क रहता है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Air Pollution: दिल्ली और आसपास के इलाके में जैसे ही तापमान में गिरावट आती है, वैसे ही हवा में प्रदुषण का स्तर भी बढ़ने लगता है। ये प्रदूषण न सिर्फ आपके फेफड़ों या दिल को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि त्वचा को भी कई तरह से प्रभावित करता है। प्रदूषण की चपेट में आकर त्वचा वक्त से पहले बूढ़ी होने लगती है। ऐसे में वक्त रहते इससे बचाव करना बेहद ज़रूरी है।
आपने अपने साइंस क्लासेस में ये ज़रूर पढ़ा होगा कि त्वचा हमारे शरीर का सबसे बड़ा अंग है और पर्यावरण के संपर्क सबसे पहले त्वचा का होता है। फिर चाहे आप सारा वक्त घर के अंदर ही क्यों न रहें, आपका पर्यावरण से लगातार संपर्क रहता है।
यही वजह है कि अब त्वचा विशेषज्ञों के लिए प्रदूषण एक नई समस्या बन गया है। यूवी किरणों से लेकर ब्लू लाइट और प्रदूषण तक, ये सभी वह बड़े फैक्टर हैं जो त्वचा को ऑक्सीडेटिव नुकसान पहुंचाते हैं। जिसकी वजह से त्वचा के कोलेजन को भी नुकसान पहुंचता है।
स्किन स्पेशलिस्ट का कहना है कि त्योहारों के सीज़न में प्रदूषण एक बड़ी चिंता बन जाता है। एक उच्च स्तर का कण है जो त्वचा की जैविक संरचना और सतह पर अत्यधिक प्रभाव डालता है। इस प्रदूषण की धूल आपकी त्वचा के काफी अंदर तक जा सकती है जिसकी वजह से समय से पहले त्वचा बूढ़ी होने लगती है। प्रदूषण की वजह से त्वचा का सांस लेना मुश्किल हो जाता है और नतीजतन उस पर ड्राइ पैच, स्पॉट्स, एक्ज़ेमा, एक्ने के साथ ही मुर्झाई और थकी हुई लगने लगती है।
त्वचा और प्रदूषण
उल्ट्रा वायलेट यानि यूवी किरणें त्वचा के लिए सबसे बड़ा खतरा होती हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार यूवी किरणों से त्वचा पर काफी खराब असर पड़ता है। सूरज की किरणों के अलावा कम्पयूटर और हमारे मोबाइल से निकलती ब्लू लाइट भी त्वचा को नुकसान पहुंचाती है। एक रिसर्च के अनुसार ब्लू लाइट लंबे समय में आपकी त्वचा को वक्त से पहले बूढ़ा बना देती हैं।
अब आप इसी में दिवाली के बाद होने वाला स्मॉग भी मिला दें। प्रदूषण, यूवी किरणे और ब्लू लाइट के साथ कार्बन मोनोऑक्साइड, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड और लेड का भी आपकी त्वचा पर आक्रमण शुरू हो जाता है।
कैसे करें त्वचा की देखभाल
स्किन एक्सपर्ट का कहना है कि सनब्लॉक पहनना आपका सबसे पहला गोल होना चाहिए। ज़्यादा SPF और मिनरल बेस्ड सनब्लॉक ही खरीदें। ब्लू लाइट को रोकने के लिए SPF वाली बीबी क्रीम फायदेमंद होती है। और इसे दिन एक से ज़्यादा बार ज़रूर लगाएं।
एंटीऑक्सीडेंट्स बढ़ाएं:
एंटीऑक्सिडेंट मुक्त कणों से लड़ते हैं। ऐसा देखा गया है कि विटामिन-सी विटामिन-ई के साथ बेहतर काम करता है। ऐसा फॉर्म्यूलेशन देखें जिसमें ये दोनों हो। आप ऐसी नाइट क्रीम का भी इस्तेमाल कर सकते हैं जिसमें ये दोनों चीज़ें मौजूद हों।
सोने से पहले त्वचा का रखें ख्याल: सोने से पहले चेहरा ज़रूर धोएं ताकि दिनभर की जमा धूल साफ हो जाएं। ऐसा प्रोडक्ट इस्तेाल करें जो त्वचा को नमी पहुंचाए। बाहर जाते वक्त चेहरे पर स्कार्फ या फिर मास्क पहने ताकि प्रदूषण के सीधे संपर्क से बच सकें। एक हेल्दी डाइट आपको टॉक्सिन्स से बचाएगी।
घरेलू उपाय
बर्फ लगाएं: चेहरे पर बर्फ रगड़ने से पोर्स कस जाते हैं और रेडनेस खत्म होती है।
एलो-वेरा: एक कप एलो-वेरा जूस में टी-ट्री ऑयल की कुछ बूंदें मिला लें। फिर इसे चेहरे पर लगाएं और 10 मिनट के लिए छोड़ दें। गुलाब जल भी त्वचा को आराम पहुंचाता है।
नीम: एक छोटे चम्मच चंदन पाउडर में नीम और तुलसी की पिसी हुई कुछ पत्तियां मिला लें। इसमें हल्दी और थोड़ा पानी भी मिला लें। अब इसे चेहरे पर 15 मिनट लगाने के बाद धो लें।