गणेश चतुर्थी पर बना कर देखें महाराष्ट्रीयन डिश थालीपीठ
गणेश उत्सव शुरू हो गया है। इसकी सबसे ज्यादा धूम महाराष्ट्र में होती है तो बनयें वहीं की खास डिश।
कितने लोगों के लिए : 4
सामग्री :
भाजनी आटा - 1 कप
आलू - 2 उबले हुये
गोभी - आधा कप (कद्दूकस किया हुआ)
तेल - 3-4 टेबल स्पून
नमक - स्वादानुसार
हल्दी पाउडर - 1/4 छोटी चम्मच
लाल मिर्च पाउडर -1/4 छोटी चम्मच
हरा धनिया - 2 गड्डी बारीक कटा हुआ
हरी मिर्च - 1 बीज निकाल कर बारीक कटी हुई
तिल - 1 टेबल स्पून
विधि :
वैसे तो थालीपीठ के लिये भाजनी आटा बाजार में मिल जाता है, जो भुनी हुई दालो और गेंहू को मिलाकर बनाया जाता है। वैसे अगर आप इसे घर में बनाना चाहें तो 1 कप चावल, 1 कप बाजरा, 1 कप ज्वार, 1 कप गेहूं, आधा कप चने की दाल, आधा कप उरद की दाल, आधा कप मोठ की दाल और 1 टेबल स्पून साबुत धनिया, 1 टेबल स्पून जीरा लेकर सारी चीजों को अलग अलग हल्का ब्राउन होने तक भून लीजिये। इसके बाद सभी को मिक्स करके, मिक्सी में पीस कर आटा बना लीजिये।
अब सबसे पहले भाजनी आटे को किसी बड़े बर्तन में डालिये, अब इसमें नमक, हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, हरा धनिया, हरी मिर्च, तिल, कद्दूकस की हुई गोभी और आलू को एकदम बारीक मैश करके मिलाइये।
इस सामग्री में 1 छोटी चम्मच तेल डाल कर अच्छी तरह मिला लीजिए और गुनगुना पानी डालकर नरम आटा गूंथ लीजिये। गुंथे आटे को ढककर 15 मिनट के लिये रख दीजिये।
अब इस आटे से मध्यम आकार की लोई बना लीजिए। हथेलियों पर परथन लगा कर दबा दबा कर गोल रोटी जैसी बना लें। याद रहे इसे बेलना नहीं है हाथ से ही बनाना है। जब सामान्य आकार की रोटी बन जाये तो इसके बीच में उंगली से एक छेद कर दीजिए।
अब गैस पर तवा गरम कीजिये और थोड़ा सा तेल डालकर उस पर थालीपीठ को डाल दें। एक ओर से सिकने पर थालीपीठ को पलट दीजिये, और चारों ओर तेल डालिए। थोड़ा सा तेल बीच के छेद में भी डाल दीजिये, ताकि थालीपीठ नीचे से कुरकुरा और खस्ता सिके। इसी तरह थालीपीठ को उलट पलट कर दोनों ओर से ब्राउन चित्ती आने और कुरकुरा होने तक सेक लीजिये।
इसी तरह सारे थालीपीठ सेक लीजिए और गरमा गर्म मक्खन, दही, चटनी या अचार के साथ सर्व कीजिए और खाइये।