बारिश की रिमझिम फुहारों में पकौड़ों के साथ 'महुआ के पुए' का भी हो साथ, तो बन जाए बात
महुआ में लौह तत्व की प्रचुरता होने के साथ ही कोलेस्ट्रॉल कम करने का भी गुण हैं, तो इसका सेवन मधुमेह में बहुत फायदेमंद है। बारिश में महुए के बने पुए का लुत्फ उठाएं।
कितने लोगों के लिए : 3
सामग्री :
250 ग्राम महुआ, 400 ग्राम आटा, 1 कप दूध, तलने के लिए देसी घी या सरसों का तेल
विधि :
- महुआ को अच्छी तरह धोकर साफ करें।
- आधा लीटर पानी में डालकर महुआ को तब तक पकाएं, जब तक कि पानी न सूख जाए। ठंडा होने पर इसे सिलबट्टे पर पीस लें। अब इसमें आटा मिलाएं और धीरे-धीरे दूध से मालुपुए का घोल बना लें।
- ध्यान रखें कि इसका घोल न तो बहुत पतला हो और न ही बहुत ज्यादा गाढ़ा। इसके घोल में गांठ न पड़ें, इसका ध्यान रखें। इसमें प्राकृतिक मिठास होती है तो अलग से चीनी या गुड़ न मिलाएं।
- अब गैस पर कडा़ही में तलने के लिए घी या तेल गर्म करें। मध्यम ही गर्म रखें और एक बड़े चम्मच की सहायता से घोल डालें। आंच को मीडियम रखें और पलट पलटकर एक-एक कर सभी पूएं तल लें। आप इसे गर्मागर्म भी बारिश की फुहारों में मजा ले सकते हैं और एक दो दिन अन्य पकवान की तरह ठंडा भी खा सकते हैं।
Tip
महुए को प्रेशर कुकर में भी उबाल सकते हैं और मिक्सी में भी पीस सकते हैं, लेकिन इससे वह स्वाद नहीं आएगा, जो धीमी आंच पर उबालकर और सिलबट्टे पर पीसकर आता है। बेहतर स्वाद के लिए इन्हें लोहे या पीतल की कड़ाही में तलें।