ये हैं 4 बुढवा मंगल या फिर बड़ा मंगल स्पेशल फूड
आज है बड़ा मंगल जिसे बुढ़वा मंगल भी कहते हैं इस दिन हनुमान जी की पूजा होती है। ऐसे में भोग के लिए बनायें ये पांच बेहतरीन मिष्ठान।
बेसन के लड्डू: लगभग सभी देवों को लड्डू या मोदक बहुत प्रिय होते हैं, उसमें भी बेसन के लड्डू। इसे बनाने के लिए दरदरा पिसा मोटा बेसन, घी में अच्छी तरह भूनें, जब तक कि बेसन हल्का भूरा ना हो जाए। ठंडा होने के बाद इसमें बूरा शक्कर पिसी इलायची व मेवे की कतरन मिलायें। थोड़ा गुनगुना रहते ही इसके लड्डू बनाएं और ऊपर से चांदी का वर्क लगाकर भगवान को भोग लगाएं और प्रसाद ग्रहण करें।
रस वाली इमरती: इसी तरह भगवान को इमरती भी बेहद पसंद आती है। इमरती बनाने के लिए उड़द की दाल को धोकर 4-5 घंटे पानी में भिगो दीजिए। इसे मिक्सर में थोड़ा सा पानी डाल कर एकदम चिकना पीस लीजिए। पिसी हुई दाल में पीला रंग और अरारोट मिलाकर खूब अच्छी तरह फेंट लीजिए। फिर गर्म घी की कढ़ाई में दाल का घोल भर कर तेज आंच पर गोल-गोल कंगूरेदार इमरती बनाकर कुरकुरी तल लीजिए। इन तली हुई इमरतियों को डेढ़ तार की चाशनी में डुबो कर निकाल लीजिए। आपके प्रसाद की रसदार इमरती तैयार है।
नरम गरम मालपुआ: मालपूआ बनाने के लिए मैदा छानकर उसमें मोयन मिलाइये और दूध और सौंफ डालकर गाढ़ा घोल तैयार कर लीजिए। एक बर्तन में चीनी, नींबू रस और पानी डालकर चाशनी तैयार कर लें। कड़ाही में तेल गरम करके एक कलछी से घोल डालें और कुरकुरा होने तक तल लें। फिर चाशनी में डुबोकर एक अलग बर्तन में रखते जाएं। ऊपर से मेवे की कतरन बुरकाकर भोग लगाएं और प्रसाद ग्रहण करें।
मलाई मिश्री के लड्डू: ये मिष्ठान भी हनुमान जी का प्रिय भोग है। सबसे पहले नारियल के चूरे में बूरा, मिल्क मेड, दूध, मिल्क पाउडर और पिसी इलायची को अच्छी तरह मिला लें, फिर 5-7 मिनट माइक्रोवेव में रख दें। दो चम्मच पानी में केसर के कुछ लच्छे भिगो दें। माइक्रोवेव से निकले मिश्रण को 10-15 मिनट तक सूखने दें, फिर उसमें बारीक पिसी मिश्री, पिस्ता कतरन, थोड़ा सा मिल्कमेड और दूध मसाला डालकर मिश्रण को अच्छी तरह मिलाएं और उसके छोटे-छोटे लड्डू बना लें। सभी लड्डू तैयार हो जाने पर केसर-पिस्ता से सजाएं और मलाई-मिश्री के लड्डू भगवान को भोग लगायें।