डाड स्कॉलरशिप : वर्किग इंटर्नशिप इन साइंस ऐंड इंजीनियरिंग
यूरोप में हायर एजुकेशन का ड्रीम पूरा हो सकता है। जर्मनी की डाड स्कॉलरशिप के जरिए वहां के वर्ल्ड क्लास रिसर्च इंस्टीट्यूट्स में एजुकेशन का चांस मिल सकता है..
जर्मनी अपनी टेक्नोलॉजी के लिए दुनिया भर में जाना जाता है। ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में जर्मनी का कोई मुकाबला नहीं है। प्रीमियम सेगमेंट की लगभग सभी कारें वहीं बनती हैं। वहीं, एजुकेशन की फील्ड में भी जर्मनी फॉरेन स्टूडेंट्स में काफी पॉपुलर है। डाटा पर नजर डालें, तो 2008 के बाद से जर्मन यूनिवर्सिटीज में एडमिशन लेने वालों की संख्या 70 परसेंट तक बढ गई है। डाड स्कॉलरशिप लेने वाले फॉॅरेन स्टूडेंट्स में चीन के बाद भारत का नंबर है।
भारत में भी डाड काफी पॉपुलर है। डाड ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन कोसरें के लिए न केवल स्टूडेंट्स को फीस मुहैया कराती है, बल्कि उनके रहने का खर्च भी देती है। अगर आप भी जर्मनी जाना चाहते हैं, तो जर्मनी एकेडमी एक्सचेंज सर्विस यानी डाड की स्कीम का फायदा उठा सकते हैं और जर्मनी में एजुकेशन पाने का ड्रीम पूरा कर सकते हैं।
स्कॉलरशिप
जो स्टूडेंट्स बैचलर डिग्री, डुअल डिग्री, इंटीग्रेटेड प्रोग्राम्स में इंजीनियरिंग, मैथमेटिक्स, नेचुरल साइंस आदि सब्जेक्ट की पढाई करना चाहते हैं, वे इस स्कॉलरशिप के लिए अप्लाई कर सकते हैं। डाड स्कॉलरशिप के लिए जिन कैंडिडेट्स को चुना जाएगा, उन्हें जर्मनी के रिसर्च इंस्टीट्यूट्स और हायर एजुकेशन सेंटर्स में दो से तीन महीने की इंटर्नशिप कराई जाएगी।
बेनिफिट
स्कॉलरशिप के लिए सेलेक्टेड स्टूडेंट्स को हर महीने 650 यूरो के हिसाब से फाइनेंशियल ऐड दी जाएगी। 575 यूरो की ट्रैवल सब्सिडी भी मिलेगी। डाड कंपल्सरी हेल्थ इंश्योरेंस को भी कवर करेगा।
वर्ल्ड क्लास रिसर्च
इंटरनेशनल एटमॉस्फियर में वर्ल्ड क्लास रिसर्चर्स के साथ वर्क एक्सपीरियंस लेना चाहते हैं, तो इस चांस को आजमाना ही होगा। जर्मनी में रिसर्च एजुकेशन की यह बढिया अपॉच्र्युनिटी है।
रिक्वॉयरमेंट्स
डाड की स्कॉलरशिप के क्राइटेरिया में इंडिया की कई यूनिवर्सिटीज और एजुकेशन सेंटर आते हैं। स्कॉलरशिप के लिए उन्हीं कैंडिडेट्स को सेलेक्ट किया जाएगा, जिनका एजुकेशनल रिकॉर्ड बहुत अच्छा है। सीजीपीए में भी कम से कम 8.5 मार्क्स होने ही चाहिए। स्कॉलरशिप के लिए इंडिया की 83 यूनिवर्सिटीज मान्य हैं। ध्यान रखें कि इंटर्नशिप की डेट चेंज नहीं की जाएगी।
कंडीशन्स
स्कॉलरशिप के लिए जर्मन लैंग्वेज स्किल जरूरी नहीं है। स्कॉलरशिप के लिए वही अप्लाई कर सकते हैं, जिनके पास इंडियन सिटिजनशिप के साथ इंडियन बोर्न भी हों।
डॉक्युमेंट्स
डाड ऑनलाइन एप्लीकेशन के दो प्रिंट ऑनलाइन सबमिट करने हैं। दो पेज के रिज्यूमे के दो सेट भी भेजने हैं। मोटिवेशन से रिलेटेड दो कॉपीज भी सबमिट करनी हैं। एप्लीकेशन जमा करने की लास्ट डेट 1 नवंबर 2013 है।
वेबसाइट : www.daaddelhi.org
शरद अग्निहोत्री