टेक्निकल एजूकेशन के लिए बेस्ट
साउथ कोरियाई कंपनियों एलजी, सेमसंग आदि ने टेक्नोलॉजी के दम पर जापान और अमेरिका को पीछे छोड़ दिया है। यही वजह है कि यह देश टेक्निकल एजूकेशन का केन्द्र बन रहा है.. ..
दक्षिण कोरिया अपनी टेक्नोलॉजी के बल पर एशियाई देशों के बीच नई पहचान बनाता जा रहा है। निरंतर विकास पथ पर अग्रसर यह राष्ट्र टेक्निकल एजूकेशन का एक प्रमुख केन्द्र बन गया है। वहां की बढती अर्थव्यवस्था इसका पुख्ता उदाहरण है। दक्षिण कोरिया की इस प्रगति से सभी आश्चर्यचकित हैं। यह मुल्क एशिया के कई अन्य देशों की तुलना में खर्चीला जरूर है लेकिन इसकी उच्चस्तरीय तकनीकी शिक्षा को आदर्श माना जाता है।
नाता है पुराना
कोरियाई नागरिक अपने देश से बहुत प्रेम करते हैं। दक्षिण कोरिया में शायद ही कोई ऐसा आपको मिले, जो वहां की सांस्कृतिक गतिविधियों में हिस्सा न लेता हो। अपने लंबे गौरवशाली इतिहास वाला यह देश शिक्षा को हमेशा से जीवन का अनिवार्य अंग मानता रहा है। इसी का परिणाम है कि आज यह देश अच्छी साक्षरता दर हासिल कर चुका है।
सुधार कार्यो का रंग
शिक्षा में सुधार के लिए दक्षिण कोरिया में समय-समय पर कई योजनाएं बनाकर उन पर पालन किया जाता है। इस समय वहां जोर है कि स्थानीय विद्यार्थियों को विश्वस्तरीय शिक्षा दिलाई जाए और विदेशी विद्यार्थियों को यहां बुलाने के कार्यक्रम संचालित किए जाएं। दक्षिण कोरिया की सरकार टेक्निकल एजूकेशन को इन सुधार कार्यक्रमों में प्राथमिकता दे रही है।
लक्ष्य पूरा
एक दूरगामी योजना के अंतर्गत दक्षिण कोरिया की सरकार ने सन 2010 तक देश में विदेशी छात्र संख्या एक लाख के करीब करना निश्चित किया था। इसके लिए कुछ स्कॉलरशिप योजनाएं भी चलाई गई थीं। संयुक्त प्रयासों से यह लक्ष्य हासिल कर लिया गया है।
अभी पीछे है
दक्षिण कोरिया में अभी विदेशी विद्यार्थियों की संख्या यूरोपीय देशों एवं अमेरिका से कहीं कम है। एशिया के कुछ देश भी उससे इस मामले में आगे दिखाई दे रहे हैं लेकिन यह अंतर धीरे-धीरे कम हो रहा है। दक्षिण कोरिया इसमें प्रगति के लिए अपनी टेक्निकल फैकल्टी को मजबूत करने का काम कर रहा है। वहां शोधकार्यो को शिक्षा की प्राथमिक सूची में शामिल किया गया है।
सिंबल है सिओल
सिओल का नाम तो आप जानते ही होंगे। जी हां, वही सिओल जहां वर्ष 1988 के ओलंपिक खेलों का आयोजन किया गया था। यह शहर कई बडे सम्मेलनों का गवाह भी बना है। दक्षिण कोरिया की राजधानी सिओल में सबसे ज्यादा विदेशी सैलानी आपको दिख जाएंगे। वहां की संस्कृति, कला, भवन निर्माण शली, लाइफ स्टाइल आदि ने इस देश को यूरोप एवं अमेरिका के शीर्ष विकसित शहरों के समतुल्य ला कर खडा कर दिया है।
वीजा
अगर आप दक्षिण कोरिया में पढना चाहते हैं तो आपको स्टूडेंट वीजा लेना होगा। देशों के आधार पर वीजा नियम अलग-अलग हो सकते हैं। स्टूडेंट वीजा के लिए आवेदन करते समय एडमिशन लेटर, शक्षिक योग्यताओं के प्रमाण, शिक्षा में होने वाले खर्च को वहन करने की क्षमता का प्रमाण आदि प्रस्तुत करना होगा। विद्यार्थी के पास वैध पासपोर्ट, हाल ही में खिंचाई गई पासपोर्ट साइज की फोटोग्राफ भी होनी चाहिए।
टेक्निकल यूनिवर्सिटीज
Asia United Theological University www.english.acts.ac.kr
Korea Baptist Theological University www.kbtus.ac.kr
Korea University of science and Technology www.ust.ac.kr
दूतावास का पता :
9, चंद्रगुप्त मार्ग, चाणक्यपुरी एक्सटेंशन, नई दिल्ली-110021
फोन : 011-42007000
ईमेल : : india@mofat.go.kr
india_visa@mofat.go.kr
शरद अग्निहोत्री