Move to Jagran APP

जीएलए का एमसीए बना प्लेसमेंट की सीढ़ी

जीएलए विश्वविद्यालय मथुरा (उ.प्र.) तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में जिन पाठ्यक्रमो में अपनी बुलन्दियाँ प्राप्त कर चुका है, उनमें एमसीए पाठ्यक्रम भी शामिल है। यह पाठ्यक्रम जब उत्तर प्रदेश प्राविधिक विश्वविद्यालय के

By MMI TeamEdited By: Published: Thu, 02 Jun 2016 03:00 PM (IST)Updated: Thu, 02 Jun 2016 03:23 PM (IST)
जीएलए का एमसीए बना प्लेसमेंट की सीढ़ी

मथुरा। जीएलए विश्वविद्यालय मथुरा (उ.प्र.) तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में जिन पाठ्यक्रमो में अपनी बुलन्दियाँ प्राप्त कर चुका है, उनमें एमसीए पाठ्यक्रम भी शामिल है। यह पाठ्यक्रम जब उत्तर प्रदेश प्राविधिक विश्वविद्यालय के अन्तर्गत जीएलए में संचालित होता था, तब एमसीए के छात्र-छात्राएँ सदैव उत्तर प्रदेश प्राविधिक विश्वविद्यालय की प्रवीण्य सूची में आते रहे हैं। कई बार तो एक से ज्यादा भी छात्रों ने प्रवीण्य सूची में स्थान पक्का किया और एक बार तो जीएलए के छात्रों ने उत्तरप्रदेश प्राविधिक विश्वविद्यालय की प्रवीण्य सूची के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर कब्जा ही कर लिया था।

loksabha election banner

जीएलए विश्वविद्यालय की स्थापना के बाद से इस पाठ्यक्रम को कॉरपोरेट जगत की आवष्यकताओं को देखकर संचालित किया रहा है जिसके फलस्वरूप उन्हें प्लेसेमेन्ट में उपलब्धियाँ हासिल हो रहीं हैं। एमसीए पाठ्यक्रम का प्लेसमेन्ट प्रतिशत लगभग शतप्रतिशित ही है, उसका कारण विश्वविद्यालय में लगातार प्लेसमेन्ट कार्यक्रम संचालित होते रहते है, साथ ही कई छात्र छः माह की ट्रेनिंग के दौरान विभिन्न कम्पनियों में नौकरी प्राप्त कर लेते हैं, जो कि विश्वविद्यालय की एमसीए पाठ्यक्रम के प्लेसमेन्ट प्रतिशत को शतप्रतिशत में परिवर्तित कर देता है।

इस वर्श एमसीए के छात्रों के प्लेसमेन्ट व ट्रेनिंग हेतु अभी तक 24 से अधिक कम्पनियों ने अवसर प्रदान किये हैं, जिसका भरपूर फायदा छात्रों को मिला है, जिनमें छात्रों को अच्छे पैकेज पर चयनित किया गया है।

कम्प्यूटर इंजीनियरिंग एण्ड एप्लीकेशन विभाग के शिक्षक आषीश शर्मा ने बताया कि एमसीए के छात्र आज देश के साथ-साथ विदेशों में भी बड़ी-बड़ी कम्पनियों में अपनी सेवाएँ प्रदान कर रहे हैं। यही नहीं एमसीए के छात्र क्रोशिया, दक्षिण अफ्रीका कोरिया, इटली, जर्मनी, फ्रांस, बेल्जियम, यूएसए, यूके, आस्ट्रेलिया आदि देशों में कार्यरत हैं। आगे श्री शर्मा ने बताया कि एमसीए के छात्रों को विश्वविद्यालय में आईबीएम, विप्रो, माइक्रोसॉफ्ट एवं इन्फोसिस के विभिन्न टूल्स पर उपरोक्त कम्पनियों द्वारा संचालित लैब्स में कार्य कर अपने उज्ज्वल भविश्य का निर्माण करते हैं। इस अवसर पर श्रीशर्मा ने बताया कि एमसीए के छात्र अब बढ़ी कंपनियों में नौकरी के साथ-साथ स्वयं की कंपनियां भी स्थापित कर रहे हैं। हाल ही में एमसीए के पूर्व छात्र विपिन यादव ने जीएलए में आकर उनकी कंपनी की विस्तृत जानकारी दी। साथ ही विश्वविद्यालय के कई छात्रों का चयन भी अपनी कंपनी में उच्च पदों पर कार्य करने के लिए किया। ज्ञात हो कि विपिन यादव ने कूपन्स हॉट डॉट इन नामक कंपनी की स्थापना की है। जिसका मुख्यालय फरीदाबाद में है। जो कि ई-कॉमर्स के क्षेत्र में कार्य करती है। इसके अन्य अन्तर्राश्ट्रीय कार्यालय वेल्जियम, आस्ट्रिया एवं एम्सटर्डम में भी है।

कम्प्यूटर इंजीनियरिंग एण्ड एप्लीकेशन विभागाध्यक्ष डॉ. एएस जलाल के अनुसार एमसीए पाठ्यक्रम उनकी पहली पसंद रहा है और उसका एक कारण यह भी है कि उन्होंने सन् 1998 से एमसीए पाठ्यक्रम में अपनी सेवाएँ प्रदान की हैं। आज भी वे एमसीए पाठ्यक्रम के संचालन से सदैव प्रसन्न व आष्वस्त रहते हैं। एमसीए पाठ्यक्रम की एक और बड़ी विषेशता यह है कि जीएलए में सीनियर शिक्षकों का समूह भी इस पाठ्यक्रम में बहुतायत में है। आगे उन्होंने कहा कि आज भी जीएलए के एमसीए द्विवर्शीय एवं त्रिवर्शीय पाठ्यक्रमों में छात्रों की भरपूर मांग रहती है। जिसका कारण जीएलए की उत्कृश्ट शिक्षा एवं प्लेसमेंट है।




Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.