CRACK THE यूजीसी कोड
यूजीसी फर्स्ट पेपर में क्वैश्चंस इस तरह के पूछे जाते हैं कि आप थोड़ी मेहनत से क्वॉलिफाइंग मार्क्स ला सकते हैं। लेकिन यह सेलेक्टिव स्टडी और प्रॉपर स्ट्रेटेजी से ही पॉसिबल है..
पास्ट इज एक्सपीरियंस, प्रेजेंट इज एक्सपेरिमेंट एंड फ्यूचर इज एक्सपेक्टेशन। अगर आप भी भविष्य बेहतर बनाने का सपना देख रहे हैं, तो अपने अनुभव का उपयोग करते हुए क्षमता के मुताबिक तैयारी के लिए स्ट्रेटेजी बनाएं और उस पर ईमानदारी से अमल करें। 30 जून, उन स्टूडेंट्स के लिए महत्वपूर्ण है, जो कॉलेज में पढाने का सपना देख रहे हैं। अगर आप भी किसी एक सब्जेक्ट से पीजी हैं और यूजीसी एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं, तो आपके लिए यह दिन बेहद महत्वपूर्ण है। परीक्षा की तैयारी के लिए कुछ ही दिन बचे हैं। बेहतर होगा कि आप इस बचे समय का सदुपयोग करें, ताकि एग्जाम में अच्छी परफॉरमेंस करके कॉलेज में पढाने की एलिजिबिलिटी हासिल कर सकें।
डेवलेप प्रॉपर स्ट्रेटेजी
दिल्ली में यूजीसी की कोचिंग करा रही निक्की कोचिंग की डायरेक्टर निक्की गोयल कहती हैं कि अगर आप यूजीसी परीक्षा में सफल होना चाहते हैं, तो आपको एग्जाम के एक माह पहले से उस एग्जाम से संबंधित गाइडलाइन फॉलो करनी होगी। इसके अंतर्गत पहले यह जानना होगा कि कितने समय में प्रश्नों को हल करना है, किस चैप्टर की तैयारी अभी करनी है, और किस चैप्टर को रिवाइज करना है। अगर कुछ इंपॉर्टेट चैप्टर्स को एक बार और पढना चाहते हैं, तो दस दिन का टारगेट फिक्स कर सकते हैं। आप यह इंश्योर करें कि इन दस दिनों में सिर्फ इंपॉर्टेट चैप्टर्स को पढने में लगाएंगे।
ब्रीफ नोट्स से रिवीजन
निक्की कहती हैं कि यूजीसी की परीक्षा में सफलता तभी मिल सकती है, जब आप परीक्षा से कुछ दिन पहले सिर्फ शॉर्ट नोट्स का बार-बार रिवीजन करेंगे। अक्सर स्टूडेंट्स इसे फॉलो नहीं करते हैं, जिससे अच्छी तैयारी होने के बावजूद असफल हो जाते हैं। फर्स्ट पेपर ज्यादा टफ नहीं होता है। इसमें सवाल इस तरह के होते हैं, जिसमें आप थोडी मेहनत से बेहतर अंक ला सकते हैं। अगर आप फर्स्ट पेपर को देखेंगे, तो रिसर्च से संबंधित सवाल, पैसेज और टीचिंग एप्टीट्यूड के प्रश्न अपेक्षाकृत अन्य सेक्शन से आसान होते हैं। इसमें थोडी मेहनत से अच्छे अंक प्राप्त किए जा सकते हैं। रीजनिंग और सांख्यिकी से संबंधित सवाल आप तभी हल कर सकते हैं, जब इसका अभ्यास करेंगे। सिर्फ आइडिया के बल पर इसे हल नहीं कर सकते हैं। अगर आप पिछले दस वर्षो के प्रश्नपत्रों को लेकर इसका अभ्यास करते हैं तो आसानी से इसे सॉल्व कर सकते हैं। अगर आपका साइंस बैकग्राउंड रहा है तो आपके लिए इस सेक्शन में समस्या नहीं रहेगी।
सेक्योर करें क्वॉलिफाइंग मार्क्स
फर्स्ट पेपर को हल्के में न लें। यह पेपर सभी स्टूडेंट्स के लिए अनिवार्य है। इसमें जो स्टूडेंट्स यूजीसी द्वारा निर्धारित मिनिमम क्वालिफाइंग मार्क्स लाने में सफल होते हैं, उन्हीं की कॉपी आगे जांची जाती है। आपके लिए जरूरी है कि पहले इसकी तैयारी कर लें। शेष दो प्रश्नपत्र सब्जेक्ट से संबंधित होते हैं। इसमें आपकी गहरी स्टडी ही सफलता दिला सकती है, क्योंकि इसमें सभी विषयों के जानकार होते हैं। बेहतर होगा कि आप एनसीईआरटी पुस्तकों को आधार बनाएं। एग्जाम ऑब्जेक्टिव हो रहा है। इस कारण आप कम समय में अधिक से अधिक प्रश्नों को हल करने का अभ्यास करें। आप यह डिसाइड कर लें कि सब्जेक्ट के किस सेक्शन से अधिक प्रश्न पूछे जा रहे हैं और किस सेक्शन में आप बेहतर कर सकते हैं। फॉर एग्जामपल अगर इतिहास में प्राचीन इतिहास से अधिक प्रश्न पूछे जा रहे हैं और मॉडर्न की अपेक्षा इसकी तैयारी अच्छी नहीं है, तो आप सबसे पहले इसे पूरा करने की स्ट्रेटेजी बनाएं। अगर योजना बनाकर विषय की तैयारी करते हैं, तो सफलता के चांसेज बढ जाते हैं। परीक्षा से कुछ दिन पहले सेलेक्टिव स्टडी करनी चाहिए। इसका फायदा यह होता है कि तैयारी कम समय में बेहतर तरीके से हो जाती है।
इंटरैक्शन : विजय झा