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जानिए कार्टोग्राफर बनने के लिए क्या है जरूरी स्किल?

यदि आपको मैप या चार्ट बनाने में दिलचस्पी है, तो आप इसमें अपना करियर भी बना सकते हैं। मैप बनाने वाले या कार्टोग्राफर बनने के लिए क्या है जरूरी स्किल? आइए जानते हैं.. मैप एक साइंटिफिक आर्ट है। पर यदि आप पेशेवर तौर पर मैप मेकिंग के प्रफेशन में आते हैं, तो

By Edited By: Published: Wed, 11 Jun 2014 11:59 AM (IST)Updated: Wed, 11 Jun 2014 11:59 AM (IST)
जानिए कार्टोग्राफर बनने के लिए क्या है जरूरी स्किल?

यदि आपको मैप या चार्ट बनाने में दिलचस्पी है, तो आप इसमें अपना करियर भी बना सकते हैं। मैप बनाने वाले या कार्टोग्राफर बनने के लिए क्या है जरूरी स्किल? आइए जानते हैं..

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मैप एक साइंटिफिक आर्ट है। पर यदि आप पेशेवर तौर पर मैप मेकिंग के प्रफेशन में आते हैं, तो इसके लिए आपको कई विधा की जानकारी रखनी होगी। आपको सर्वे, फोटोग्राफ, सैटेलाइट इमेज की भी मदद लेनी होगी। बहरहाल यदि आप इस पेशे में आना चाहते हैं, तो गवर्नमेंट डिपार्टमेंट के साथ-साथ प्राइवेट इंडस्ट्री में मौके मिल सकते हैं। दरअसल, ज्योग्राफिकल इंफॉर्मेशन सिस्टम (जीआइएस) का यूज बढ़ने से कार्टोग्राफर की डिमांड तेजी से बढ़ रही है।

बेसिक स्किल्स

एक कार्टोग्राफर को ज्योग्राफी और एनवॉयरनमेंट की बेसिक नॉलेज होनी बहुत जरूरी है। जिन लोगों में डिजाइनिंग का सेंस होता है, वे किसी फोटोग्राफ और ड्रॉइंग को बारीकी से समझ कर मैप आसानी से क्रिएट कर सकते हैं। कार्टोग्राफी फील्ड में आने के लिए मैथमेटिकल स्किल्स और रिसर्च वर्क भी आना चाहिए। उनमें विजुअलाइजेशन, पेशेंस, हार्डवर्क और काम को लेकर डेडिकेशन जैसी क्वॉलिटीज भी होनी चाहिए। कार्टोग्राफर अपने क्लाइंट की डिमांड के हिसाब से मैप तैयार करता है। ये मिलिट्री, ज्योग्राफिकल, हिस्टॉरिकल, एजुकेशनल, पॉलिटिकल या टूरिस्ट्स का रोड मैप हो सकता है। इसके अलावा, ये मैप्स डिजिटल और ग्राफिक दोनों फॉर्म में बनाएजा सकते हैं।

टेक्निकल नॉलेज

वैसे तो मैप तैयार करने की कला हजारों साल पुरानी है। पहले मैप बनाने वाले ज्यादातर लोग वक्त फील्ड में बिताते थे और फिर हाथ से मैप बनाते थे, लेकिन अब यह काम कंप्यूटर के जरिए किया जाता है। इसलिए कंप्यूटर स्किल्स के अलावा ज्योग्राफिकल इंफॉर्मेशन सिस्टम और डिजिटल मैपिंग टेक्निक की जानकारी होना जरूरी है।

कोर्स और एलिजिबिलिटी

कार्टोग्राफर बनना चाहते हैं, तो इससे रिलेटेड डिग्री या डिप्लोमा कोर्स करके इस फील्ड में एंट्री कर सकते हैं। कार्टोग्राफी में बैचलर डिग्री के अलावा ज्योग्राफी, जियोलॉजी, इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस, अर्थ साइंस और फिजिकल साइंस के ग्रेजुएट भी इसमें करियर बना सकते हैं। अगर ज्योमेट्री, मैकेनिकल ड्रॉइंग और ड्राफ्टिंग की नॉलेज हो, तो और भी अच्छा रहेगा।

जॉब अपॉच्र्युनिटी

मैप का इस्तेमाल एक इंडिविजुअल से लेकर इंडस्ट्रियल पर्पज के लिए भी किया जाने लगा है। इसलिए प्लानर्स, यूटिलिटी कंपनीज, स्टेट एजेंसीज, कंस्ट्रक्शन कंपनीज, सर्वेयर्स, आर्किटेक्ट्स सभी को कार्टोग्राफर की जरूरत पड़ती है। इसी तरह वेदर फोरकास्टिंग, ट्रैवल ऐंड टूरिज्म, ज्योलॉजिकल, मिनिरल एक्सप्लोरेशन, मिलिट्री डिपार्टमेंट, पब्लिशिंग हाउसेज में जॉब के अच्छे चांसेज हैं।

इसमें शुरुआती दौर में ही 15 से 20 हजार रुपये आसानी से कमाए जा सकते हैं। हालांकि यह ऑर्गेनाइजेशन या कंपनी पर डिपेंड करता है। विदेश में एक्सपीरियंस्ड कार्टोग्राफर 5-10 लाख रुपये महीने तक कमा लेते हैं।

(जागरण फीचर)


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